नई दिल्ली। Ind vs Eng: जीत की जिद और कुछ पाने की लालसा हो तो फिर इतिहास एक दिन में भी लिखा जा सकता है। ऐसा ही इतिहास वेस्टइंडीज की टीम के बल्लेबाज काइल मैयर्स (Kyle Mayers) ने लिखा है। काइल मैयर्स ने न सिर्फ अपने कहे को सच किया है, बल्कि वेस्टइंडीज को एक ऐसे मैच में जीत दिलाई है, जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी। अकेले दम पर मैच जिताने का दमखम सिर्फ और सिर्फ काइल मैयर्स के पास था।
दरअसल, मेजबान बांग्लादेश और वेस्टइंडीज की टीम के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला चटगांव में खेला गया। इस मैच में बांग्लादेश की टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी और 150.2 ओवर में सभी विकेट खोकर 430 रन का विशाल स्कोर हासिल किया। मेहिदी हसन ने शतकीय पारी खेली। उनके अलावा शाकिब अल हसन और शादमान इस्लाम ने अर्धशतक जड़े। कई और बल्लेबाजों ने भी योगदान दिया, लेकिन कोई बड़ी पारी नहीं दिखी।
430 रन स्कर पर लगवाने के बाद वेस्टइंडीज की कमजोर टीम मैदान पर बल्लेबाजी के लिए उतरी। वेस्टइंडीज की टीम के पास कोई प्रमुख खिलाड़ी नहीं था। एक या दो खिलाड़ियों को छोड़ दें तो किसी भी खिलाड़ी के पास आधा दर्जन मैच खेलने का भी अनुभव नहीं था। यही कारण था कि वेस्टइंडीज की पहली पारी 259 रन पर ढेर हो गई। कप्तान क्रेग ब्रैथवेट ने 76 रन और जर्मेन ब्लैकवुड ने 68 रन की पारी खेली। यही दो अनुभवी खिलाड़ी भी टीम के पास थे।
171 रन की बढ़त लेने के बाद बांग्लादेश ने दूसरी पारी में 223 रन और बनाए और फिर पारी की घोषणा कर दी। ऐसे में वेस्टइंडीज को साढ़े 4 सत्र बल्लेबाजी करने के लिए मिली, जिसमें 395 रन का लक्ष्य सामने था। अब इतिहास लिखा जाना था, क्योंकि इतना बड़ा स्कोर एशिया की सरजमीं पर किसी भी टीम ने हासिल नहीं किया था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। वेस्टइंडीज ने वो करिश्मा दिखाया, जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं होगी।
वेस्टइंडीज के लिए इस मैच में डेब्यू करने वाले काइल मैयर्स पहले ही संकेत दे चुके थे कि वे टेस्ट क्रिकेट में अच्छा कर सकते हैं। काइल मैयर्स ने पहली पारी में 65 गेंदों में 40 रन बनाए थे। दूसरी पारी में जब वे बल्लेबाजी के लिए उतरे तो टीम को 300 से ज्यादा रन बनाने थे। उन्होंने टीम को निराश नहीं किया। पहले तो डेब्यू मैच में अपना अर्धशतक पूरा किया। फिर शतक पूरा किया और फिर दोहरा शतक ठोक दिया।
काइल मैयर्स ने ऐसे बल्लेबाजों के साथ पारी को आगे बढ़ाया, जो पहले से ही अनुभवहीन थे। बावजूद इसके उन्होंने चौथी पारी में दोहरा शतक लगाकर टीम को 3 विकेट से जीत दिला दी। इस तरह एक मैच में दो इतिहास बने, जिसकी गवाह बांग्लादेश और वेस्टइंडीज की टीम बनी। डेब्यू टेस्ट मैच की चौथी पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले काइल मैयर्स दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं, जबकि 395 रन का लक्ष्य हासिल पहली बार एशिया में हुआ है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि एक इंटरव्यू में काइल मैयर्स ने कहा था कि वे बांग्लादेश के दौरे पर जाएंगे और शतक लगाएंगे। काइल मैयर्स ने डेब्यू मैच में शतक तो छोड़िए दोहरा शतक जड़ दिया और अपनी टीम के लिए मैच भी जीत दिया।