नई दिल्लीः गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं थी कि दिल्ली दंगों में चर्चा से भागे। अमित शाह ने कहा कि इस चर्चा के माध्यम से यह संदेश न जाए कि हमें कुछ चीजों को बचाना चाहते थे या भागने चाहते थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि केवल ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर आईडी कार्ड का उपयोग चेहरे की पहचान के लिए किया जा रहा है। आधार डेटा का उपयोग इसके लिए नहीं किया जा रहा है, जैसा कि मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा गलत तरीके से बताया गया है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र इस स्टेज पर आज पहुंचा है जहां आज कोई भी चाहे तो वह नहीं छुपा सकता है। शाह ने कहा कि कहीं दंगा और न हो जाए, दंगाईयों को पकड़ा जाए और समुचित इलाज हो इसलिए हमने सदन में चर्चा को लेकर थोड़ा वक्त मांगा था।
अमित शाह ने कहा कि जब ये पूछा गया कि जब दंगा हो रहा था तो क्या किया गया। इसके साथ ही, कई तरह की लोगों की आशंकाएं मन में थी। ऐसे में जो अब तक कार्रवाई हुई वह सदन में रखना चाहता हूं। इस केस में 700 एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 2647 गिरफ्तारी हुई है और वो सभी गिरफ्तारी साइंटिफिक तरीके से की जा रही है।