डीसी की मनाही के बाद भी एसएसपी ने घटाई सुरक्षा, नाराज पूर्व विधायक ने जताई पिता की तरह हत्या की आशंका
धनबाद। जिला सुरक्षा समिति धनबाद की बैठक के आलोक में वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर काैशल ने निरसा के पूर्व विधायक अरुप चटर्जी की सुरक्षा में कटाैती की है। चटर्जी को तीन अंगरक्षक मिले हुए थे। एक अंगरक्षक वापस बुला लिया गया है। इसे चटर्जी ने गंभीरता से लिया है। चटर्जी के पिता गुरुदास चटर्जी की हत्या हो चुकी है। जब हत्या हुई तो गुरुदास चटर्जी विधायक थे। सुरक्षा कटाैती के बाद पूर्व विधायक चटर्जी ने कहा है कि सुरक्षा में कटाैती उनके खिलाफ खरनाक साजिश है। उनकी जान को खतरा है।
सुरक्षा समिति की बैठक में सुरक्षा की समीक्षा
उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में पिछले दिनों सुरक्षा समिति की बैठक हुई थी। इसमें सुरक्षा के मद्देनजर धनबाद के नेताओं, व्यवसायियों और प्रमुख लोगों की सुरक्षा की समीक्षा की गई। पूर्व मंत्री बच्चा सिंह, झरिया की पूर्व विधायक कुंती सिंह और पूर्व विधायक राजकिशोर महतो की सुरक्षा में कटाैती करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी की सुरक्षा की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने अपवाद स्वरूप चटर्जी की सुरक्षा में कटाैती न करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद एसएसपी ने चटर्जी की सुरक्षा में तैनात तीन अंगरक्षक में एक को बुला लिया है।
14 अप्रैल, 2000 को विधायक गुरुदास चटर्जी की हुई थी हत्या
अंगरक्षक घटाने के बाद चटर्जी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो उठे हैं। चिंतित होना स्वभाविक है। 14 अप्रैल, 2000 को चटर्जी के पिता निरसा के तत्कालीन विधायक गुरुदास चटर्जी को दिन-दहाड़े गोलियों से भून दिया गया था। उनकी हत्या के बाद उप चुनाव में अरुप चटर्जी विधायक बने। वे निरसा से तीन बार विधायक निर्वाचित हुए। विधानसभा चुनाव- 2019 में हार गए। चुनाव हारने के तुरंत बाद उनकी सुरक्षा घटाई जा रही है। इस बाबत चटर्जी ने बताया कि सुरक्षा समिति की बैठक में उपायुक्त ने एसएसपी को सुरक्षा में कटाैती नहीं करने का निर्देश दिया था। उपायुक्त जिले से बाहर हैं। उनके आने के बाद इस मामले को संज्ञान में लाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरी जान को खतरा है। अगर कुछ होता है तो पुलिस-प्रशासन जिम्मेदार होगा।
पूर्व डीजीपी के समधी गणेश मिश्र और उद्योगपति प्रदीप सोनथालिया के बॉडीगार्ड क्लोज
पूर्व डीजीपी डीके पांडेय के समधी झारखंड प्रदेश भाजपा प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्र, भाजपा नेता उद्योगपति प्रदीप सोनथालिया, ठेकेदार संतोष चाैरसिया को मिले एक-एक बॉडीगार्ड को भी वापस बुला लिया गया है। पुलिस का तर्क है कि धनबाद जिले से 187 जवान ट्रेनिंग में गए हैं। होली के कारण सुरक्षा जवानों की आवश्यकता है। इसलिए नेताओं और कारोबारियों के अंगरक्षकों को वापस बुलाया जा रहा है। पूर्व विधायक अरुप चटर्जी ने बॉडीगार्ड क्लोज होने के बाद बुधवार को एसएसपी किशोर कौशल से मुलाकात की और बॉडीगार्ड क्लोज करने के मामले की जानकारी ली। इस दौरान पूर्व विधायक के बातों को सुनने के बाद एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि बॉडीगार्ड वापस लिए जाने की समीक्षा की जाएगी। उसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।