घरेलू हिंसा को लेकर बोले ‘थप्पड़’ के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा, ‘इसके लिए महिलाएं भी जिम्मेदार’
नई दिल्ली। तापसी पन्नू की फिल्म ‘थप्पड़’ को पर्दे पर रिलीज हुए करीब 3 दिन हो चुके हैं। फिल्म को कई लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा है। वहीं, कुछ लोग इस फिल्म का विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये फिल्म समाज में गलत संदेश देने वाली फिल्म है। इस तरह की फिल्म से समाज टूट जाएगा। इस तरह की प्रतिक्रिया के बाद फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा की फिल्म को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है।
अनुभव सिन्हा ने थप्पड़ के मुद्दे को लेकर कहा, ‘कहीं न कहीं महिलाएं परिवार में एकजुटता बनाए रखने के लिए जो कुछ सहती हैं, उसके लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। जहां महिलाओं को आत्मसम्मान सहित कई चीजों के साथ समझौता करना पड़ता है। देखिए, हिंसा उस वक्त सामान्य हो जाती है, जब लोग इसे स्वीकार कर लेते हैं।”
अपना नजरिया रखते हुए अनुभव सिन्हा ने कहा, ‘अगर एक महिला के तौर पर आपको यह समझाया जाता है कि रिश्ते में इस तरह का अपमानजनक व्यवहार ‘चलता है’- क्योंकि वह इसे बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है, वह इसे सामान्य कर देगी और वह अपनी आवाज कभी नहीं उठाएगी। ऐसा सदियों से होता आ रहा है। ऐसे में एक थप्पड़ को न केवल स्वीकार कर लिया जाता है, बल्कि महिलाओं द्वारा इस सोच को आगे बढ़ाया भी जाता है।”
अनुभव सिन्हा ने इस फिल्म के जरिए उन तमाम महिलाओं को एक मैसेज दिया है, जो घरेलू हिंसा का शिकार होते हुए भी चुप रहती हैं। इस फिल्म में अनुभव सिंहा ने महिला के आत्मसम्मान और स्वाभिमान जैसी विषयों पर ध्यान केंद्रित किया है।
मालूम हो कि अनुभव सिंहा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में तापसी पन्नू के अलावा पावेल गुलाटी, दीया मिर्जा, राम कपूर, रत्ना पाठक शाह, तन्वी आजमी और कुमुद मिश्रा जैसे कलाकारों ने अहम भूमिका निभाई है। फिल्म को दर्शकों द्वारा सराहना मिल रही है। फिल्म के मुद्दे के साथ-साथ तापसी पन्नू की एक्टिंग को भी काफी पसंद किया जा रहा है।