पथराव नहीं गोली लगने से हुई थी हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौतः पोस्टमार्टम रिपोर्ट

नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों की गोली से मारे गए दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को पुलिस लाइन में मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। 42 वर्षीय रतन लाल उपद्रवियों की गोली लगने से घायल हुए थे, उनकी सोमवार को मौत हो गई थी। इस बीच रतन लाल का गुरु तेग बहादुर अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि रतनलाल के बायें कंधे में गोली लगी और वह दायें कंधे में मिली। पहले ऐसी आशंका थी कि उनकी पत्थर लगने से मौत हुई है।

हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम उनके परिवार के साथ हैं। वहीं मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, उप राज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने रतन लाल को अंतिम विदाई दी और श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी, रतन लाल के सहयोगी और अन्य लोग भी मौजूद थे। अंतिम विदाई के समय वहां मौजूद गणमान्य और अन्य लोगों ने दो मिनट का मौन रखा और पुलिस ने मातमी धुन बजाकर रतनलाल को विदाई दी।
