हेमंत राज में खुल रही BJP के बाहुबली विधायक ढुलू की आपराधिक फाइल, ओरिएंटल रंगदारी मामले में FIR दर्ज
ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट एसएस शेट्टी ने घटना को लेकर धनबाद थाने में शिकायत की थी।
धनबाद। तकरीबन डेढ़ साल पूर्व ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर मुकेश चंदानी को धनबाद परिसदन बुलाकर धमकी देने के मामले में रविवार को धनबाद थाने में बाघमारा के विधायक ढुलू महतो के खिलाफ धमकी तथा रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर बाघमारा डीएसपी की जांच रिपोर्ट पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। यह मामला काफी दिनों से लंबित था। कंपनी प्रबंधन ने जिला पुलिस प्रशासन के साथ-साथ घटना की शिकायत राज्य तथा केंद्र सरकार से भी की थी।
यह है मामला
ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट एसएस शेट्टी ने घटना को लेकर धनबाद थाने में शिकायत की थी। शिकायत पत्र के अनुसार 14 जून 2018 को विधायक ढुलू महतो ने दिन के करीब 11 बजे उनके साइट मैनेजर मुकेश चंदानी को धनबाद परिसदन में बुलाया और कहा कि उनके खिलाफ मुख्यमंत्री तक शिकायत की गई है। इस दौरान गलत भाषा का प्रयोग करते हुए बेइज्जत किया गया और शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की धमकी दी गई। यहां तक की मैनेजर को दुष्कर्म और एससी-एसटी के झूठे केस में फंसा देने की बात कही गई। साथ ही कहा गया कि विधायक के खिलाफ बोला तो बाहर फेंकवा दिया जाएगा। विधायक ने यह भी कहा कि कंपनी को क्षति पहुंचाने का बहुत तरीका उनके पास है। मशीन जब्त कर ली जाएगी। यहां से कंपनी कोई भी सामान वापस नहीं ले जा सकेगी। विधायक की अनुमति के बगैर कंपनी काम नहीं कर पाएगी। चाहे मुख्यमंत्री से शिकायत करें या प्रधानमंत्री से, कोई फायदा नहीं होगा।
कंपनी बंद होने की शर्त पर विधायक ने मांगे थे दस करोड़
ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट एसएस शेट्टी ने विधायक ढुलू महतो के खिलाफ पुलिस व मीडिया से शिकायत की थी कि उनके गुर्गों की दादागीरी ने उन्हें परेशान कर दिया है। ढाई वर्ष में कंपनी को काफी नुकसान हुआ। विधायक से जब बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने प्रोजेक्ट पर काम बंद करने पर अपनी सहमति जताई और 10 करोड़ रुपये की मांग की।
विधायक पर लगाया था मशीन हड़पने की कोशिश का आरोप
शेट्टी ने यह भी आरोप लगाया था कि विधायक अपने गुर्गो से डीजल खरीदने का दबाव बनाते हैं। डीजल की क्वालिटी घटिया है। इसके इस्तेमाल से कंपनी के 150 वाहनों में खराबी आ चुकी है। विधायक की नजर कंपनी के करोड़ों की मशीन पर है। वे मशीनों को हड़पना चाहते हैं।
अब पुलिस का कवच नहीं
तकरीबन डेढ़ साल बाद भाजपा के बाहुबली विधायक पर दर्ज प्राथमिकी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पुलिस सत्ता के दबाव में काम करती है। झारखंड में भाजपा की सरकार थी कि धनबाद पुलिस ने विधायक को मनमानी की खुली छूट दे रखी थी। विधायक के हर उल्टे-सीधे काम को पुलिस का संरक्षण मिलता था। झारखंड में भाजपा की सरकार जाने और झामुमो गठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही पुलिस का रंग बदल गया है। अब विधायक की पुरानी कुंडली खोल कार्रवाई कर रही है।