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छत्तीसगढ़: प्रेमनगर के गोदाम में प्रशासन की लापरवाही से सड़ी 16,हजार चावल की बोरियां, जांच है जारी

भारत जैसे देश में गरीबी एक बहुत बड़ा मुद्दा रहा है। ऐसे में इसको खत्म करने के लिए लिए सरकार के तरफ से तमाम तरह के प्रयास किए जाते हैं।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बलरामपुर के प्रेमनगर में स्थित एक गोदाम में 16,000 बोरियां चावल सड़ने की खबर है। यह चावल सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित करने के लिए रखा गया था, लेकिन नागरिक आपूर्ति निगम की लापरवाही से यह अनाज सड़ गया। फिलहाल चावल का अभी पुनर्नवीनीकरण किया जा रहा है। वहीं एससडीएम बालेश्वर राम ने बताया कि इस पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।

उन्होंने बताया कि अभी इस पूरे मामले पर किसी भी प्रकार का बयान देना सही नहीं होगा बाकी इस मामले पर कुछ लोगों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। जिला कलेक्टर इस पूरे मामले का फैसला लेंगे। मैं यहां पर यह जानने आया हुं कि रायुपर की जांच टीम इस स्थान पर पहुंचे।

टीम इस मामले में लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है। मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक, चावल सड़ कर मिट्टी बन गया था, लेकिन पिर भी चावल के बचे हुए टुकड़ों को गरीबों तक पहुंचाने का कार्य चल रहा था। बता दें कि इस सड़े चावल को गरीबों में बांटने के लिए पहले गोदामों में भेजा गया, उसके बाद राशन की दुकानों पर पहुंचाया जाता है।

गौरतलब है कि हमारे देश में भरपुर मात्रा में खाना ना मिलने के चलते ना जाने कितने लोगों की मौतें होती है। यही नहीं कुपोषण जैसी बीमारी भी खाना ना मिलने के चलते जन्म लेती है। ऐसे में 14 हजार बोरियां का चावल सड़ना बहुत बड़ा प्रश्न उठाता है। भारत जैसे देश में गरीबी एक बहुत बड़ा मुद्दा रहा है। ऐसे में इसको खत्म करने के लिए लिए सरकार के तरफ से तमाम तरह के प्रयास किए जाते हैं। आज भी लोग फुटपाथ पर सोने पर मजबूर है। यही नहीं आज भी हमारे देश में ना जाने कितने लोग है कि जो भरपेट खाना खाए बिना सोते हैं।