हजारीबाग में ऐसा जलकुंड, एक बार स्नान से दूर होता है चर्म रोग, जानें इसकी मान्यता और इतिहास
हज़ारीबाग : हमारी पृथ्वी में कई अनसुलझे रहस्य है. जिन्हे विज्ञान भी समझने का प्रयास कर रहा है. ऐसा ही रहस्यमयी जगह है हजारीबाग का छेदीया तालाब. यहां की मान्यता यह है कि इस तालाब में नहाने से कई प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते है. यह तालाब हजारीबाग पुराने बस स्टैंड से बड़कागांव जाने वाले मार्ग में मिशन अस्पताल के बगल में स्थित है. स्थानीय लोगो का कहना है कि इस तालाब का निर्माण लगभग 250 पहले हुआ था. इस तालाब परिसर में बाबा कमल साह और बाबा आसन साह का मजार बना हुआ है l
स्थानीय व्यक्ति बताते है कि इस तालाब की मिट्टी में रहस्य है.अगर कोई दाग, खाज, खुजली यदि से इलाज करवा के परेशान हो चुका है. तो उसे यहां एक बार अवश्य आ कर नहाना चाहिए. यहां नहाने कि भी अलग विधि है. नहाने से पूर्व इस तालाब की मिट्टी को पूरे बदन में लगाना होता है फिर 15 मिनट बाद जाकर नहाना पड़ता है. यही कारण है कि इस तालाब को खुजली तालाब भी कहते है.