कश्मीर के हालात का जायजा लेने आज आएंगे यूरोपीय सांसद, हर वर्ग से करेंगे मुलाकात
जम्मू-कश्मीर में विदेशी राजनयिकों का यह तीसरा और यूरोपीय संघ में शामिल देशों के प्रतिनिधियों का यह दूसरा दौरा है।
श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए यूरोपीय संघ के 25 सांसदों के दौरा बुधवार से शुरू हो रहा है। इसके चलते घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। यह दल उत्तरी कश्मीर के जिला बारामुला में स्थानीय सामाजिक, राजनीतिक, मजहबी और स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने के अलावा श्रीनगर में भी विभिन्न वर्गो से मिलेगा।
यूरोपीय सांसद डल झील की भी करेंगे सैर
यूरोपीय संघ के 25 सांसद बारामुला भी जाएंगे
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि यूरोपीय संघ के 25 सांसद सुबह 11:25 बजे दिल्ली से एक विशेष विमान में श्रीनगर पहुंचेंगे। श्रीनगर एयरपोर्ट पर सैन्याधिकारियों द्वारा उन्हें राज्य की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद उन्हें उत्तरी कश्मीर में जिला बारामुला ले जाया गया है। बारामुला में विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से यूरोपीय संघ के सांसद मिलेंगे। स्थानीय पुलिस व नागरिक प्रशासन के अधिकारियों संग भी विदेशी सांसद हालात पर एक बैठक करेंगे।
यूरोपीय संघ के सांसद पूर्व विधायकों के साथ भी करेंगे बैठक
बारामुला में करीब दो घंटे बिताने के बाद यह लोग श्रीनगर लौटेंगे और एक होटल में स्थानीय सामाजिक, राजनीतिक, मजहबी, व्यापारिक, युवा और बुद्धिजीवी संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। यूरोपीय संघ के सांसद पूर्व विधायकों के एक दल के साथ भी बैठक करेंगे।
कश्मीर की महिला पत्रकारों से भी मिलेंगे
वह कश्मीर घाटी में मीडियाकर्मियों को पेश आ रही दिक्कतों को जानने के लिए, कश्मीर में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को लागू किए जाने के बाद आए बदलाव और आम लोगों की भावनाओं को समझने के लिए मीडियाकर्मियों के एक दल से भी मिलेंगे। इस बार कश्मीर की महिला पत्रकारों, महिलाओं सशक्तिकरण में जुटी महिला समाज सेविकाओं को भी विदेशी सांसदों से मिलने वालों की सूची में शामिल किया गया है। वहीं, श्रीनगर में सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों के नेतृत्व में वरिष्ठ सैन्याधिकारियों का दल राज्य के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य की जानकारी यूरोपीय संघ के सांसदों को देगा।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद विदेशी राजनयिकों का तीसरा और ईयू प्रतिनिधियों का दूसरा दौरा है
बता दें कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 की घोषणा के बाद से जम्मू-कश्मीर में विदेशी राजनयिकों का यह तीसरा और यूरोपीय संघ में शामिल देशों के प्रतिनिधियों का यह दूसरा दौरा है।