मुंबई। महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को कहा कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे व्यापारी मनसुख हिरन की हत्या में शामिल था और उसकी हिरासत की मांग के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक कार विस्फोटक की बरामदगी की जांच में निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को गिरफ्तार किया गया था। पिछले महीने मुंबई की एक अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को 25 मार्च में रिमांड में दिया था।
एटीएस प्रमुख जयजीत सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें उसकी हिरासत की जरूरत है और अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। इससे पहले दिन में एटीएस ने कहा कि मनसुख हिरन की हत्या के मामले में दमने से हाई एंड कार को जब्त किया है। महाराष्ट्र पंजीकरण वाली वोल्वो कार को जब्त कर लिया गया है। सोमवार को एक अधिकारी ने कहा, यह स्पष्ट नहीं है कि इस कार का मालिक कौन है?
ज्ञात हो कि मनसुख हिरेन हत्याकांड में पिछले सोमवार को ठाणे एटीएस ने एक आरोपी विनायक शिंदेको उस स्थान पर जाकर सीन रिक्रिएट किया, था, जहां 5 मार्च को मनसुख हिरेन का शव पाया गया था। विनायक शिंदे ने यह भी बताया कि गिरफ्तार चिन वाझे ही इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता है। विनायक पहले से सजायाफ्ता कैदी है। वह एक फर्जी एनकाउंटर मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है।
इन दिनों वह पैरोल पर बाहर था। चूंकि वह एक समय सचिन वाझे के साथ काम कर चुका था, इसलिए वाजे ने मनसुख मामले में उसे भी अपना साथी बना लिया। उसके साथ एक बुकी को भी गिरफ्तार किया गया है। एटीएस सूत्रों के अनुसार सचिन को हिरासत में लेने के बाद एटीएस विनायक शिंदे एवं सचिन वाझे को साथ बैठाकर भी पूछताछ करेगी।