Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

बंगाल में टीएमसी को एक और बड़ा झटका, भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद दिनेश त्रिवेदी

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को एक और बड़ा झटका लगा है। टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी(Dinesh Trivedi) आज भाजपा में शामिल हो गए। दिनेश त्रिवेदी, जिन्होंने 12 फरवरी को राज्यसभा में टीएमसी सांसद के रूप में इस्तीफा दे दिया था, वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए।

Ads by Jagran.TV

भाजपा के राष्ट्रीयजेपी नड्डा ने बधाई देते हुए कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि दिनेश त्रिवेदी जी को हम भाजपा में शामिल कर रहे हैं। मैं अपनी ओर से, अपने सभी साथियों और करोड़ों कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका हार्दिक अभिनंन्दन और स्वागत करता हूं। दिनेश त्रिवेदी जी का राजनीतिक अनुभव लंबा रहा है और उन्होंने एक वैचारिक यात्रा राजनीति में की है।सत्ता को दरकिनार करते हुए, विचार की लड़ाई लड़ते हुए उन्होंने अपना जीवन गुजारा है। तृणमूल कांग्रेस में भ्रष्टाचार, अवसरवादिता, लोकतंत्र की हत्या, संस्थाओं का गला घोंटना, ये सब कुछ विराजमान है। इसीलिए संवेदनशील और विवेकशील व्यक्तित्व के धनी दिनेश त्रिवेदी ने तृणमूल को छोड़कर आज भाजपा को ज्वॉइन किया है।

  जानें कैसे हुई दिनेश त्रिवेदी की सियासी सफर की शुरुआत

देश के पूर्व  रेलमंत्री रहे दिनेश त्रिवेदी ने अपनी सियासी सफर की शुरुआत कांगेस की की थी। इसके बाद जनता दल से जुड़ने के बाद वह ममता बनर्जी की तृणमूल पार्टी में शामिल हो गए। दिनेश त्रिवेदी की गिनती ममता बनजी के करीबियों में की जाती थी। इसी वजह से जब  यूपीए के दूसरे कार्यकाल के समय ममता बनर्जी 2011 में बंगाल के मुख्‍यमंत्री के पद पर बैठी तो उन्‍होंने रेल मंत्रालय की अहम जिम्‍मेदारी दिनेश त्रिवेदी को सौंपी।

राजनीति में आने से पहले दिनेश त्रिवेदी ने विभिन्‍न कार्यक्षेत्रों में काम किया। राजनीति में भी उन्‍हें बहुत से दलों का अनुभव मिला। त्रिवेदी से 80 के दशक में कांग्रेस का दामन थामा था और उसके बाद 90 के दशक में जनता दल में शामिल हो गए। कुछ समय जनता दल में रहने के बाद 90 के दशक के आखिर में  वह ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस(टीएमसी) में शामिल हो गए।