कोविड टीकाकरण में अब तक दी गई 1.08 करोड़ डोज, 12 राज्यों में 75 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों को दी गई पहली खुराक
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में देश में अब तक वैक्सीन की 1.08 करोड़ डोज दी जा चुकी है। इसमें शनिवार को दी गई 1.86 लाख डोज भी शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। केंद्रीय संयुक्त स्वास्थ्य सचिव मनदीप भंडारी ने बताया कि एक करोड़ आठ लाख 38 हजार 323 डोज में से 72,26,653 डोज स्वास्थ्यकर्मियों को और 36,11,670 डोज फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी गई। स्वास्थ्यकर्मियों में 63,52,713 को पहली और 8,73,940 को दूसरी डोज दी गई है। शनिवार को शाम छह बजे तक 1,86,081 डोज दी गई।
कोरोना टीके की वजह से किसी की मौत नहीं
भंडारी ने बताया कि टीका लगवाने के बाद प्रतिकूल प्रभाव के चलते अब तक 43 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी है। इनमें से 26 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, एक व्यक्ति का इलाज चल रहा है और 16 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि कोरोना के टीके की वजह से किसी की मौत नहीं हुई है। टीक लगाने के बाद गंभीर या अत्यधिक गंभीर प्रतिकूल प्रभाव का कोई मामला भी अभी तक सामने नहीं आया है।
12 राज्यों में 75 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण
भंडारी ने बताया कि 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 75 फीसद पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। जबकि, दिल्ली और पंजाब समेत सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 50 फीसद से कम टीकाकरण हुआ है। राजस्थान, झारखंड, गुजरात और छत्तीसगढ़ समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 50 फीसद से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके की पहली डोज लगाई जा चकी है।
गुलेरिया ने निजी-सार्वजनिक भागीदारी की जरूरत बताई
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने शनिवार को कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं संक्रमण से मृत्युदर कम करने के लिए वैक्सीन ही एकमात्र उपलब्ध हथियार है। टीकाकरण की दिशा में अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कोरोना महामारी के खिलाफ व्यापक टीकाकरण अभियान के लिए ज्यादा से ज्यादा निजी-सार्वजनिक साझेदारी की जरूरत है।
हर्षवर्धन की टीका लगवाने की अपील
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स से तय कार्यक्रम के मुताबिक टीका लगवाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और प्रतिरक्षा पैदा करने के सभी मानकों को पूरा करती है। वैक्सीन को लेकर किसी भी अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि टीका लगवाने के गंभीर या अत्यधिक गंभीर प्रभाव का कोई मामला नहीं सामने आया है और न ही किसी की टीके की वजह से मौत हुई है।
केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में बढ़े केस
इस बीच देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़े हैरान करने वाले हैं। पिछले 22 दिनों के बाद शनिवार को पहली बार कोरोना संक्रमण के करीब 14 हजार नए मामले सामने आए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे में 100 से ज्यादा लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में छह हजार से ज्यादा जबकि केरल में करीब पांच हजार नए मामले मिले हैं। मध्य प्रदेश में 13 फरवरी से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।