नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा टूलकिट मामले में गिरफ्तार दिशा रवि के लिए वकील तलाश रहे हैं। वाड्रा ने कहा, ‘मैं देख रहा हूं कि देश में कुछ गलत हो रहा है। 21 साल की लड़की को जिस तरह से गिरफ्तार किया गया वह गलत है। मैं उसके लिए बेहतर कानूनी मदद का प्रयास कर रहा हूं।
वाड्रा ने कहा- मैं हर ऐसे व्यक्ति के साथ हूं, जिसके साथ गलत व्यवहार हो रहा है
वाड्रा ने कहा कि वह हर ऐसे व्यक्ति के साथ हैं, जिसके साथ गलत व्यवहार हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं किसानों की मदद कर सकता हूं। उन्हें खाना भेज सकता हूं। मैं उन्हें जैसे संभव हो, मदद भेज सकता हूं। इससे मैं देश-विरोधी नहीं हो जाता क्योंकि मैं किसी गलत काम में उनका सहयोग नहीं कर रहा हूं।’
एनएसयूआइ ने दिशा की गिरफ्तारी के खिलाफ बेंगलुरु में किया प्रदर्शन
इस बीच, बेंगलुरु में कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टुडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) के सदस्यों ने मंगलवार को दिशा की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी के साथ दिशा की रिहाई की मांग की गई। सोमवार को वामपंथी संगठन ऑल इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन ने भी इसी तरह का प्रदर्शन किया था।
कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान उपद्रव फैलाने को लेकर रची गई थी साजि
कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान उपद्रव फैलाने को लेकर रची गई साजिश जिस टूलकिट के रूप में सामने आई है, उस टूलकिट के रिसोर्स पर्सन बताए जा रहे पीटर फ्रेडरिक ने एक न्यूज चैनल को ट्वीट के माध्यम से पत्र भेजकर खालिस्तानी आतंकी भजन सिंह भिंडर से संबंध होना स्वीकार किया है। हालांकि, टूलकिट मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए उसने यह भी दावा किया है कि खालिस्तान आंदोलन में उसकी कोई भागीदारी नहीं है।
पीटर खालिस्तान समर्थक संगठन पीजेएफ से जुड़ा है
दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीटर मो. धालीवाल के खालिस्तान समर्थक संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीजेएफ) से जुड़ा हुआ है और भिंडर का करीबी है। उसने ही तय किया था कि टूलकिट में हैशटैग क्या होगा, किसे फॉलो करना है और कब क्या ट्वीट करना है। देश की सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में वर्ष 2006 से लगी हुई हैं।