हिसार/चंडीगढ़। देश की पहली एयर टैक्सी सेवा आज से शुरू हो गई। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इसका चंडीगढ़ में शुभारंभ किया। इसकी शुरूआत चंडीगढ़ से हिसार के बीच हुई है। इसके बाद हिसार से इसको अन्य रूटों पर भी किया जाएगा। इस सेवा को झज्जर के कैप्टन वरुण सुहाग और उनकर सहयोगी कैप्टन पूनम गौर ने किया है। इस सेवा की शुरूआत उडान स्कीम (UDAN Scheme) के तहत हुई है।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर देश की इस पहली एयर टैक्सी सर्विस की शुरूआत की। सीएम मनोहर लाल ने हरी झंडी दिखाकर एयर टैक्सी पहली उड़ान को चंडीगढ़ से हिसार के लिए रवाना किया। एयर टैक्सी 50 मिनट में चंडीगढ़ से हिसार की दूरी तय करेगी। इसके जिलए प्रति व्यक्ति किराया 1750 रुपये रखा गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा, देश में पहली बार छोटे विमान की सेवा एयर टैक्सी के रूप में की गई है। इस मौके पर एयर टैक्सी सेवा शुरू करने वाले कैप्टन वरुण सुहाग और कैप्टन पूनम गौर, भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रधान सुभाष बराला सहित कई लोग मौजूद थे।
इसके साथ ही लोग अब कार के किराये में एयर टैक्सी का अनुभव ले सकेंगे। मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर चंडीगढ़ -हिसार के बीच एयर टैक्सी सेवा की शुरूआत होने के साथ ही हरियाणा में विमान सेवा का नया अध्याय शुरू हुआ है। लांचिंग कार्यक्रम को आनलाइन देखा गया। इस एयर टैक्सी की शुरूआत चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हुई।
11 रूटों पर कंपनी को मिली है अनुमति
एयर टैक्सी कंपनी को नागरिक उड्डयन मंत्रालय के डायरेक्टरेट आफ सिविल एविएशन विभाग ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत 11 रूटों पर चलाने की अनुमति मिली है। मगर मौजूदा समय कंपनी चंडीगढ़ से हिसार, हिसार से चंडीगढ़, हिसार से धर्मशाला, हिसार से देहरादून को एयर टैक्सी उड़ान भरेगी।
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में जुड़ा हिसार
अब हिसार एयरपोर्ट भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत शुमार हो गया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश में विभिन्न शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ने के लिए यह योजना कुछ समय पहले ही शुरू की थी। अब हिसार भी इसका हिस्सा बन गया है।
कैप्टन वरुण और कैप्टन पूनम का स्टार्टअप है एयर टैक्सी
एयर टैक्सी एक स्टार्टअप की तरह अपने आप को आगे बढ़ा रहा है। इसकी शुरुआत 2015 में गुरुग्राम से हुई। भारतीयों को सस्ता हवाई सफर और समय बचाने के उद्देश्य को लेकर चली एयर टैक्सी वीरवार को पहली उड़ान भरी। यह सपना कैप्टन वरुण सुहाग और कैप्टन पूनम गौर ने सजाया था जो अब पूरा होने जा रहा है।