दिल्ली में कोंकणी अकादमी की स्थापनी की जाएगी। इस संबंध में दिल्ली कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब देश की राजधानी में कोंकणी भाषा का प्रचार- प्रसार बढ़ाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। कला, संस्कृति और भाषा विभाग के तहत इस अकादमी की स्थापना की जाएगी, ताकि दिल्ली के लोगों को समृद्ध कोंकणी संस्कृति, भाषा, साहित्य और लोक कलाओं से परिचय कराया जा सके।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अकादमी को जल्द ही सभी बुनियादी ढांचे के साथ एक ऑफिस अलॉट किया जाएगा। वहीं इस बारे में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हर भारतीय के दिल में गोवा का एक विशेष स्थान है और दिल्ली सरकार की कोंकणी अकादमी राजधानी में कोंकणी संस्कृति की सर्वश्रेष्ठ चीजों को सामने लाएगी।
बता दें कि कोंकणी एक इंडो-आर्यन भाषा है जो देश के पश्चिमी तटीय क्षेत्र में मुख्य रूप से रहने वाले कोंकणी लोगों द्वारा बोली जाती है। यह संविधान की 8 वीं अनुसूची और गोवा की आधिकारिक भाषा में उल्लिखित 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है।