नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानो का आंदोलन का आज 43वां दिन है। सरकार के साथ बातचीत के बावजूद हल नहीं निकलने से नाराज किसान आज दिल्ली की सभी सीमाओं और पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर से किसानों ने ट्रैक्टर रैली शुरू कर दी है। पंजाब के किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने बुधवार को बताया कि पंजाब के किसान मार्च के लिए अपने ट्रैक्टरों के साथ आ रहे हैं। हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसान भी रैली में शामिल होने वाले हैं।
Farmers Tractor March Updates
-गाजियाबाद के एडीएम (सिटी) शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि यहां की गाड़ियां नोएडा जाकर वहां से गाज़ीपुर बॉर्डर वापस आएंगी। हमारी तरफ से पूरी व्यवस्था की गई है। हम सभी चीज़ो का वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं और हम लगातार इनके संपर्क में है।
-हरियाणा: नूंह में किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए कुंडली-मानेसर-पलवल टोल प्लाज़ा (KMP) पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सब इंसपेक्टर ने बताया, ‘प्रशासन ने पूरा प्रबंध किया है। किसान रैली का कोई भी ट्रैक्टर KMP पर नहीं चढ़ने दिया जाएगा, टोल पर ही रोक लिया जाएगा।’
गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली शुरू
गाजीपुर बॉर्डर से किसानों ने ट्रैक्टर रैली शुरू की। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी की तैयारी है। हमारा रूट यहां से डासना है उसके बाद अलीगढ़ रोड पर हम रुकेंगे वहां लंगर होगा फिर वहां से हम वापस आएंगे और नोएडा वाले ट्रैक्टर पलवल तक जाएंगे।हम सरकार को समझाने के लिए ये कर रहे हैं।
सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 43वें भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया,’आज हम लोग ट्रैक्टर रैली करने वाले हैं हमारा रूट यहां से टिकरी बॉर्डर उसके बाद वहां से गाजीपुर बॉर्डर रहेगा। हम अपना हक लेकर ही जाएंगे।’
आठ जनवरी की आठवें दौर की बातचीत
बता दें कि किसानों और सरकार के बीच आठ जनवरी की आठवें दौर की बातचीत होनी है। इससे पहले किसानों कृषि कानूनों का विरोध और तेज करने की बात कही है। किसानों ने भाजपा और एनडीए के घटक दलों का भी विरोध करने और जनजागरण अभियान चलाने का फैसला लिया है। पहले यह कार्यक्रम 6 जनवरी को होना था लेकिन मौसम को देखते हुए इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया है। किसानों ने कहा है कि यह 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर आयोजित किए जाने वाले ट्रैक्टर मार्च का पूर्वाभ्यास है।