Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

आज साल का आखिरी Mann Ki Baat कार्यक्रम, कृषि कानूनों पर बात कर सकते हैं PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann ki Baat) के 72वें संस्करण के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। ये साल 2020 का आखिरी मन की बात कार्यक्रम होगा। कयास लगाया जा रहा है कि किसान आंदोलन के बीच पीएम मोदी अपने संबोधन के जरिए एक बार फिर कृषि कानूनों से जुड़े मुद्दों पर बात करेंगे। पीएम सुबह 11 बजे देश को संबोधित करेंगे।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक महीने से किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच सरकार ने किसानों से फिर बातचीत की पेशकश की, जिसे आंदोलनकारी किसानों ने स्वीकार कर लिया है। इसके लिए 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे का वक्त तय किया गया है। वहीं, कुछ किसान संगठनों ने ताली और थाली बजाकर पीएम मोदी के कार्यक्रम का विरोध जताने की बात कही है।

प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक ट्वीट कर बताया कि लोग कार्यक्रम का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, डीडी और नरेंद्र मोदी मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं। पीएम ने 18 दिसंबर को कार्यक्रम के लिए लोगों से सुझाव मांगे थे। पीएम ने कहा था, ‘आप इस वर्ष को कैसे पूरा करेंगे? 2021 में आप सबसे आगे क्या देखते हैं? इसे मेरे साथ साझा करें। इसके लिए आप ज्यादा MyGov, NaMo App पर लिखें या 1800-11-7800 पर अपना संदेश रिकॉर्ड करें।

‘मन की बात’ के 71वें संस्करण में पीएम मोदी ने नए कृषि कानूनों के फायदे गिनाए थे। उन्होंने कृषि कानूों में किए गए बदलावों को किसानों के लिए नई संभावनाओं के दरवाजे खोलने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि कम समय में ही किसानों को इसका लाभ मिलने लगा है। इशके लिए पीएम ने किसानों को अफवाहों से बचने और जागरूकता फैलाने की अपील की थी।