कानपुर मेडिकल कॉलेज की प्रिसिंपल प्रो आरती का तबादला, डॉ. आरबी कमल ने संभाला चार्ज
कानपुर । कोरोना संक्रमण काल में तब्लीगी जमात पर टिप्पणी को लेकर बेहद चर्चा में रहीं गणेश शंकर विद्यार्थी, मेडिकल कॉलेज, कानपुर की प्रिंसिंपल का तबादला कर दिया गया है। प्रो.आरती लालचंदानी को लखनऊ में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा, कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। इससे पहले भी उनको झांसी मेडिकल कॉलेज भेजे जाने की चर्चा थी, लेकिन बाद में उस पर विराम लग गया।
कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी, मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. आरती लालचंदानी का बुधवार देर रात तबादला कर दिया गया है। उनको लखनऊ में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा (डीजीएमई) कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। डॉ.आरबी कमल को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का कार्यवाहक प्राचार्य बनाया गया है। बुधवार रात करीब एक बजे के बाद आदेश जारी होने पर जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने एसीएम जयेंद्र और सीओ स्वरूप नगर को भेज कर चार्ज हैंड ओवर करवाया। इसके बाद गुरुवार तड़के चार बजे तक यहां कार्यभार ग्रहण करने की चली प्रक्रिया।
तब्लीगी जमात पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला पुराना वीडियो वायरल होने पर प्रिसिंपल प्रोफेसर आरती चर्चा में आईं थीं। उसके बाद विभिन्न राजनैतिक और सामाजिक संगठन उनके विरोध में उतर आए थे। यह लोग राज्यपाल और मुख्यमंत्री से उन्हेंं पद से हटाने की मांग कर रहे थे।
शासन ने मांगी थी रिपोर्ट
प्राचार्य का वीडियो वायरल होने से चौतरफा दबाव बढ़ने पर मुख्यमंत्री ने शासन से रिपोर्ट तलब की थी। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी से रिपोर्ट मांगी थी। इसपर डीएम ने एडीएम सिटी एवं एसपी क्राइम को जांच सौंपते हुए प्रकरण की रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे। बीते सप्ताह बुधवार को डीएम ने शासन को जांच रिपोर्ट भेज दी थी। इसके बाद सुबह ही प्राचार्य का झांसी मेडिकल कॉलेज तबादला होने की अफवाह उड़ गई थी। हालांकि बाद में प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी ने इस अफवाह को गलत बताया था। सूत्रों की मानें तो प्राचार्य ने तबादला आदेश रुकवाने का प्रयास किया था, जिस वजह से उनके तबादले का फैसला शासन ने फिलहाल टाल दिया था।