Logo
ब्रेकिंग
ले*वी के लिए ठेकेदारों को धम*की देने वाले पांडे गिरोह के चार अपरा*धी गिर*फ्तार रामगढ़ पुलिस ने लेवी के लिए हमले की योजना बना रहे मुखलाल गंझु को हथियार के साथ किया गिरफ्तार बालू खनिज के अवैध खनन व परिवहन पर 1 हाईवा वाहन को किया गया जब्त, प्राथमिकी दर्ज। जरुरतमंदों व गरीबो के लिए 31 अगस्त से शुरू होगा "खाना बैंक" इनलैंड पॉवर लिमिटेड ने कई विद्यालय को दिए वॉटर प्यूरीफायर, सेनेटरी पैड व लगाए पौधे Congress प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का जिला अध्यक्ष जोया परवीन ने किया स्वागत Kids world स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी कलर बेल्ट कराटे ग्रेडेशन के दौरान प्रतिभागियों ने कराटे के तकनीकों का प्रदर्शन किया! सांसद मनीष जायसवाल ने मंडईखुर्द वासियों से किया वादा निभाया Royal mens parlour का बरकाकाना मार्केट कांप्लेक्स में हुआ उद्घाटन!

‘अब बासमती चावल पर भारत-पाक में घमासान’

इस्लामाबाद: भारत और इसके चिर-प्रतिद्वंद्वी देश पाकिस्तान के बीच खेल, राजनीति और कूटनीति समेत लगभग हर मोर्चे पर द्वंद्व कोई नई बात नहीं है। लेकिन अब दोनों के बीच जिस विषय पर रस्साकशी तेज हुई है वह है बासमती चावल।

वैसे तो पाकिस्तान ने बासमती चावल के लिए जी.आई. (जिओग्राफिकल इंडिकेटर) टैग हासिल कर लिया है जो बासमती चावल के उत्पत्ति-स्थल को लेकर यूरोपीय संघ (ई.यू.) में इसकी दावेदारी को मजबूत बना सकता है, मगर भारत ने भी ई.यू. में इस बात के लिए आवेदन दाखिल कर दिया है कि उसे बासमती का उत्पत्ति-स्थल घोषित किया जाए।

बहरहाल, एक आधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि की है कि पाकिस्तान ने 26 जनवरी, 2021 को जी.आई. टैग हासिल कर लिया है। इससे पाकिस्तान को ई.यू. में भारत के खिलाफ अपना पक्ष मजबूती से रखने में मदद मिलेगी। बासमती के लिए ई.यू. में अपना जी.आई. टैग रजिस्टर करवा कर पाकिस्तान ने भारत के दावे को चुनौती दी है। अब वह ई.यू. में बासमती के लिए उसी संरक्षण की मांग करेगा जैसा कि भारत कर रहा है।

अधिकारी ने बताया कि चूंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बासमती की कीमत ज्यादा मिलती है, अतएव भारत ने ई.यू. में पाकिस्तान के कारोबार में यह कहकर रोड़ा डालने की कोशिश की कि उसका बासमती असली है।