Alert! जल्द निपटा लें जरूरी काम, मार्च में 13 दिन बंद रहेंगे Bank
![](https://newslens.net/wp-content/uploads/2023/10/03.png)
क्या आपको भी बैंक में जरूरी काम है तो इस महीने आपको दिक्कतों को सामना करना पड़ सकता है। दरअसल मार्च के महीने में 13 दिन तक बैंकों में काम नहीं होगा ऐसे में अगर आपको भी बैंक से जुड़ा कोई काम है तो इसे पहले ही करवा लेना सही रहेगा। दरअसल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी 11 से 13 मार्च तक तीन दिनी हड़ताल पर जा सकते हैं। नौ और दस फरवरी को होली की छुट्टी है। इससे पहले आठ फरवरी को रविवार के कारण बैंक बंद होंगे। हालांकि अभी तक हड़ताल होने या न होने के बारे में सरकार या यूनियन की ओर से कोई घोषणा नहीं की गई।
![](https://newslens.net/wp-content/uploads/2023/10/05.png)
सरकारी बैंकों का कामकाज 8 मार्च से 15 मार्च तक लगातार आठ दिनों के लिए ठप रह सकता है। 8 मार्च को रविवार है, 9 मार्च को होलिका दहन के दिन देश के कुछ स्थानों पर बैंक बंद रहेंगे और कुछ स्थानों पर खुलेंगे। होलिका दहन के अगले दिन 10 मार्च को होली का राष्ट्रीय अवकाश है इस दिन देश भर में बैंक बंद रहेंगे। इसके बाद 11, 12 और 13 मार्च को सरकारी बैंकों की यूनियनों के नेतृत्व में बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं। जिस वजह से इन तीन दिन देश भर में सरकारी बैंक बंद रहेंगे।
![](https://newslens.net/wp-content/uploads/2023/10/pitambara.jpg)
बैंकों की हड़ताल खत्म होने के बाद 14 मार्च को दूसरा शनिवार है, जिसके कारण बैंक बंद रहेंगे और फिर आठवें दिन यानी 15 मार्च को रविवार के कारण बैंक बंद रहेंगे। यानी अगर हड़ताल हुई तो बैंकों में लगातार 8 दिन तक कामकाज प्रभावित रहेगा। इसके बाद 22 मार्च को भी रविवार को बैंक बंद रहेंगे। 25 मार्च को नवरात्रि शुरू है, जिसमें महाराष्ट्र, बंगलुरु, चेन्नई, जम्मू, श्री नगर, पण जी जैसे राज्यों में गुड़ी पाड़वा, तेलुगू नव वर्ष के चलते बैंक में छुट्टी रहेगी। 27 मार्च को रांची में सरहुल के चलते बैंक रहेंगे। 28 मार्च को चौथा शनिवार और 29 मार्च को रविवार होने से बैंक बंद रहेंगे।
बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों की सैलरी को हर पांच साल पर रिवाइज किया जाता है। पिछली बार बैंक कर्मचारियों की सैलरी को 2012 में रिवाइज किया गया था। इसके बाद 2017 में होने वाला रिवीजन पेंडिंग है। इसी को लेकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। बैंक यूनियनों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन देशव्यापी बैंक हड़ताल करेंगे।