Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

दो साल की बच्‍ची 12वें फ्लोर से फिसल कर डिलीवरी ब्‍वॉय की गोद में गिरी, दिल दहलाने वाला वीडियो हुआ वायरल

वियतनाम। जिसे ईश्वर बचाना चाहे, उसका दुर्घटना क्या कर सकती है। अगर वो खुद वहां मौजूद नहीं है तो उसकी कृपा किसी न किसी रूप में जरूर पहुंचती है। अगर यकीन नहीं हो रहा तो वियतनाम की इस खबर को पढ़िए जहां एक बच्ची को बचाने डिलीवरी ब्‍वॉय पहुंच गया। अचानक पहुंचे व्यक्ति ने 12वीं मंजिल से गिरी छोटी सी बच्ची को हाथों में लेकर उसे बचा लिया।

द डेली मेल और स्‍थानीय न्‍यूज पेपर की रिपोर्ट के अनुसार, घटना कुछ इस प्रकार है, हनोई में जब सामान डिलीवर करने के लिए न्गुयेन अपने ट्रक में बैठकर एक बिल्डिंग के सामने इंतजार कर रहा था, तभी उसने देखा कि एक दो साल की बच्ची को बालकनी के कोने पर लटके देखा और गाड़ी से उतरकर उस तरफ बढ़ा। इसी बीच बच्ची का हाथ फिसला। इमारत के नीचे एक टाइल की छत पर चढ़ गया, ताकि वह बच्ची को पकड़ सके। जैसा कि वीडियो में देखा गया है, बच्चे की मां डरावनी आवाज़ में चिल्लाती है क्योंकि वह बच्‍ची को अपनी पकड़ खो देती है और वह बालकनी से गिर जाती है। सौभाग्‍य से नीचे खड़े डिलीवरी ब्‍वॉय ने उसे पकड़ लिया। यह वीडियो वायरल हो गया और ट्विटर पर पांच लाख से अधिक बार देखा गया।

डिलीवरी ब्‍वॉय न्गुयेन ने कहा कि बच्ची के मुंह से खून रिस रहा था, जब उसने उसे पकड़ा। बच्‍ची को पास के बच्‍चों के अस्पताल ले जाया गया। बच्‍ची के कूल्हे में चोट लगी है। बच्‍ची अभी अस्पताल में है, लेकिन स्वस्थ है। न्गुयेन को भी उसकी बांह में हल्की सी मोच का सामना करना पड़ा।

न्गुयेन ने कहा कि जब घटना हुई तो मैंने ज्यादा नहीं सोचा। बच्चे को देखकर मैंने तुरंत घर पर अपनी बेटी के बारे में सोचा और जल्दी से उसे बचाने की कोशिश की। सब कुछ एक मिनट के भीतर हुआ। मुझे समझ में नहीं आया कि मैं छत को पकड़ सकता हूं। मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मैंने बच्‍ची की जान बचाई है।