ननकाना साहिब की 100वीं वर्षगांठ पर गृह मंत्रालय ने सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान जानें की अनुमति देने से किया इनकार
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पाकिस्तान में सुरक्षा और कोरोना संकट की स्थितियों का हवाला देते हुए वहां गुरुद्वारा जाने के इच्छुक 600 सिख श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं दी है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Shiromani Gurdwara Prabandhak Committee, SGPC) को एक पत्र में कहा है कि पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अभी भी प्रतिकूल बनी हुई है। मौजूदा वक्त में पाकिस्तान में भारतीय नागरिकों को खतरा है।
मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान में कोरोना से अब तक पांच लाख लोग संक्रमित हुए हैं। कोविड-19 महामारी से अब तक 10 हजार लोगों की जान गई है। पाकिस्तान में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा भी पर्याप्त नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन्हीं वजहों का हवाला देते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Shiromani Gurdwara Prabandhak Committee, SGPC) को बताया कि यही कारण है कि सरकार ने पाकिस्तान जाने के इच्छुक 600 श्रद्धालुओं के जत्थे को अनुमति नहीं देने का फैसला किया है।
वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि गृह मंत्रालय ने एसजीपीसी की ओर से पाकिस्तान भेजे जाने वाले जत्थे को स्वीकृति नहीं दी है। इस जत्थे को साका श्री ननकाना साहिब (Saka Nankana Sahib) की 100 वीं वर्षगांठ पर पाकिस्तान जाने की योजना बना रहा था। बीबी जगीर कौर ने कहा कि भारत सरकार ने जत्थे को पाकिस्तान जाने की स्वीकृति न देकर सिखों की धार्मिक भावनाओं को भारी ठेस पहुंचाई है।
जगीर कौर ने कहा कि जत्था पाकिस्तान भेजने के लिए पंजाब सरकार, भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार को विधि पूर्व अप्लाई किया गया था। पाकिस्तान की सरकार ने 505 श्रद्धालुओं को वीजा दिए हैं। 124 लोगों के वीजा रद किए गए थे। सीधे अप्लाई करने वाले 230 श्रद्धालुओं को भी वीजा दिए गए थे। उल्लेखनीय है कि महामारी के कारण मार्च 2020 से ही भारत और पाकिस्तान के बीच यात्रियों का आवागमन और व्यापार सेवा को रोक दिया गया है।