जानें- तख्तापलट के बाद सेना ने म्यांमार की स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल में किया क्या बड़ा बदलाव
![](https://newslens.net/wp-content/uploads/2023/10/03.png)
नई दिल्ली। म्यांमार में तख्तापलट के दो दिन बाद तातमदेव (म्यांमार सेना का आधिकारिक नाम) ने एक नॉटिफिकेशन जारी कर नए स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल के सदस्यों की जानकारी साझा की है। इसमें सीनियर जनरल और कमांडर इन चीफ ऑफ डिफेंस सर्विस मिन ऑन्ग ह्लेनिंग को प्रमुख बताया गया है। इसके बाद उ-प्रमुख के तौर पर वाMइस सीनियर जनरल सो विन का नाम है। इसके सदस्यों के तौर पर जनरल म्या तुन ओ, जनरल टिनऑन्ग सेन, जनरल मोंग मोंग क्यो, लेफ्टिनेंट जनरल मो मिंट तुन, फाडो मेन नेन मॉन्ग, यू थेन न्यूंट, यू खिन मॉन्ग सू का नाम शामिल है। वहीं लेफ्टिनेंट जनरल ऑन्ग लिन द्वे और लेफ्टिनेंट जनरल ये विन ओ को संयुक्त सचिव बनाया गया है। गौरतलब है कि म्यांमार में स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव कांउसलि के माध्यम से ही सरकार काम-काज करती है। तख्तापलट से पहले तक ऑन्ग सांग सू की स्टेट काउंसलर थीं।
![](https://newslens.net/wp-content/uploads/2023/10/05.png)
म्यांमार की मीडिया के मुताबिक सूचना मंत्रालय ने लोगों को आगाह किया है कि वो सोशल मीडिया पर मौजूदा कार्रवाई को लेकर किसी तरह की अफवाहें न फैलाएं। सेना ने लोगों से तख्तापलट का समर्थन करने को कहा है। मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है किकुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से देश और दुनिया में अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। इसको किसी भी सूरत से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
![](https://newslens.net/wp-content/uploads/2023/10/pitambara.jpg)
आपको बता दें कि 1 फरवरी 2021 को सेना ने देश की लोकतांत्रिक सरकार का तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथों में ले ली थी। इसके साथ ही पूरे देश में मौजूद नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी के सभी सदस्यों को हिरासत में ले लिया गया था। हिरासत में लेने वालों में देश की प्रमुख ऑन्ग सांन्ग सू की भी शामिल थीं। सेना ने इस पार्टी के देश में मौजूद सभी ऑफिसों को भी सीज कर दिया था। इसके साथ ही नई सैन्य सरकार ने देश में नवंबर 2020 में हुए चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए उनके चुनाव परिणामों को भी खारिज कर दिया है। तातमदेव ने देश में एक वर्ष के लिए आपातकाल लगाते हुए दोबारा चुनाव कराने का भी एलान किया है।
म्यांमार में तख्तापलट की इस कार्रवाई को जहां संयुक्त राष्ट्र ने गलत बताते हुए इसकी निंदा की है वहीं अमेरिका इस कार्रवाई के खिलाफ म्यांमार पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। वहीं भारत इस पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर बनाए हुए है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को आपात बैठक बुलाई थी।आपको यहां पर ये भी बता दें कि कुछ समय पहले ही भारतीय विदेश सचिव और देश की थल सेना के जनरल नरवाने ने म्यांमार का दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने को लेकर बातचीत हुइ थी।