बर्ड फ्लू: थम नहीं रहा पक्षियों की मौत का सिलसिला, कई राज्यों में तीन हजार पक्षियों की मौत, अलर्ट जारी
नई दिल्ली। बर्ड फ्लू को लेकर केंद्र सरकार की ओर से एडवाइजरी जारी होने के साथ ही राज्यों की तरफ से सतर्कता बरतने के बाद भी पक्षियों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड व गुजरात समेत कई राज्यों में सोमवार को भी कई पक्षी मृत मिले हैं। राजस्थान के 15 जिलों में तक बर्ड फ्लू फैल चुका है। वहां 3321 पक्षियों की मौत हो चुकी है। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश में 18 जिले इसकी चपेट में आ चुके हैं। झारखंड की सीमाओं पर विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 20 तो बिहार में छह कौए मरे मिले हैं।
राजस्थान में अब तक 3321 की जान गई
राजस्थान के 33 में से 15 जिलों में बर्ड फ्लू का प्रकोप फैल चुका है । 16 दिन में ही 3321 पक्षियों की मौत हो चुकी है । सोमवार को 57 पक्षियों के सैंपल पाजिटिव मिले हैं, जबकि 371 पक्षियों की और जान चली गई है। उधर, जयपुर के चिडि़याघर में पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया गया है ।
कानपुर में मृत मिले 20 कौए
उत्तर प्रदेश के कानपुर में कई स्थानों पर 20 कौए मृत मिले हैं। इनके सैंपल भोपाल भेज दिए गए हैं। चिडि़याघर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। कन्नौज में बर्ड फ्लू की आशंका पर लाख बहोसी झील में 20 विदेशी पक्षियों के सैंपल मंगलवार सुबह कानपुर मंडलीय लैब में भेजे जाएंगे। संभल के असमोली क्षेत्र में एक साथ करीब 250 मुíगयां वाहन में मरी मिली हैं। बर्ड फ्लू की आशंका से वाहन चालक भाग निकला। जिस वाहन में मुर्गियां थीं, उसका नंबर हरियाणा का है।
बिहार में मृत मिले छह कौए, सहमे लोग
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में अलग-अलग स्थानों पर छह कौए मृत मिले। उच्चाधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने के बाद मृत कौओं को दफना दिया गया। चिकित्साधिकारी डा. चंद्र भूषण ने कहा कि बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। परामर्श लिया जा रहा है।
उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी
उत्तराखंड में सोमवार को 127 पक्षी मृत मिले। इसके साथ ही इनकी संख्या बढ़कर 469 पहुंच गई है। उधर, बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए वन महकमे ने प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। वन मंत्री डा.हरक सिंह रावत के अनुसार सभी जिलों में एक-एक डीएफओ को नोडल अधिकारी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
मप्र के 18 जिले चपेट में
मध्य प्रदेश में कौए और अन्य पक्षियों की असमय मौत का सिलसिला जारी है। अब तक 41 जिलों में कौए, गौरैया और अन्य पक्षी मर चुके हैं। सभी को मिलाकर यह आंकड़ा 1300 तक पहुंच गया है। संचालक पशुपालन डा. आरके रोकड़े ने बताया कि उच्च सुरक्षा पशु रोग प्रयोगशाला में देशभर से सैंपल भेजे जा रहे हैं। इस वजह से रिपोर्ट पांच से छह दिन बाद आ पा रही है। उधर, हर दिन तीन-चार नए जिले बर्ड फ्लू की चपेट में आ रहे हैं।
ठंड कम होने पर कम हो जाएंगे मामले
डा. रोकड़े ने बताया कि बर्ड फ्लू के मामले आमतौर पर ठंड में ही देखने को मिलते हैं। जैसे-जैसे ठंड कम होगी बीमारी भी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में अभी तक कहीं भी इंसानों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
गुजरात में मुर्गियों में संक्रमण नहीं
गुजरात में बर्ड फ्लू को लेकर राज्य प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। कुछ जिलों में मृत पाए गए कौए संक्रमित मिले हैं, जबकि मुर्गियों में इसके कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव डा. जयंती रवि ने सभी अस्पतालों में बर्ड फ्लू के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं।
झारखंड की सीमाओं पर विशेष सतर्कता के निर्देश
झारखंड के दुमका और रांची में एक दर्जन से अधिक कौए और मैने मरे मिले। पशुपालन विभाग की टीम ने बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पक्षियों के सैंपल संग्रह कर उन्हें दफना दिया। उधर, राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले मुर्गो व अंडों पर विशेष नजर रखने का निर्देश जारी किया है। राज्य में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद और सख्त कदम उठाए जाएंगे।