लंदन। ब्रिटेन में विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने दबिंदरजीत सिंह सिद्धू को पार्टी का उम्मीदवार बनाने का फैसला रद कर दिया है। दबिंदरजीत को खालिस्तान समर्थक अलगाववादी माना जाता है। उन पर आतंकियों से रिश्ते रखने का भी आरोप है। दबिंदर ने खुद पर लगे आरोप को गलत बताया है।
संसद में लेबर पार्टी के प्रतिनिधि बनने के लिए घोषित सूची से नाम हटाया गया
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अलग खालिस्तान राष्ट्र बनाने की मांग से जुड़े रहे दबिंदरजीत सिंह का नाम संसद में लेबर पार्टी के प्रतिनिधि बनने के लिए घोषित होने वाले छह नामों में शामिल था, लेकिन पार्टी नेता कीर स्टार्मर ने उनका नाम उस सूची से हटा दिया। यह कदम हाउस ऑफ लॉर्ड्स अप्वाइंटमेंट्स कमीशन के सुरक्षा संबंधी सुझाव के बाद उठाया गया।
प्रतिबंधित संगठन के सदस्य थे दबिंदरजीत
लेबर पार्टी के सूत्रों के अनुसार दबिंदर के संबंध में एक सूचना यह भी प्राप्त हुई थी कि वह 2008 में इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाईएफ) के सदस्य थे। इस संगठन पर गृह मंत्रालय की चेतावनी के बाद प्रतिबंध लगा दिया गया था। चेतावनी में कहा गया था कि इस संगठन के सदस्य राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं।
लेबर पार्टी के एक सांसद ने कहा- दबिंदर का मामला निपटाया जाना चाहिए
यह सूचना आने के बाद दबिंदर को जानने वाले लेबर पार्टी के एक सांसद ने कहा, उनका (दबिंदर का) का मामला निपटाया जाना चाहिए। जबकि दबिंदर के एक मित्र ने उनके आइएसवाईएफ का सदस्य होने से इन्कार किया। कहा कि वह शांतिपूर्ण ढंग से खालिस्तान के लिए चलने वाले आंदोलन का समर्थन करते हैं, न कि हिंसात्मक तरीके से। सिख फेडरेशन यूके ने दबिंदर के खिलाफ घृणास्पद प्रचार की निंदा की है।