वाशिंगटन। यूएस कैपिटल (US Capitol) पर हिंसा के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड टंप को कठघरे में खड़ा कर दिया गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप (President Donald Trump) की निंदा की और कहा कि यह अमेरिका के लिए अपमान और शर्म की बात है। बुधवार को यूएस कैपिटल पर हजारों ट्रंप समर्थकों ने हमला कर दिया जिसके कुछ घंटों बाद पूर्व लोकप्रिय राष्ट्रपति ओबामा का यह बयान सामने आया। इस बवाल से सदन के संयुक्त सत्र में बाधा पहुंची जहां सांसदों को निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत पर चर्चा करनी थी।
ओबामा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘इतिहास कैपिटल में हुए आज की हिंसक वारदात को याद रखेगा।’ पूर्व स्टेट सेक्रेटरी हिलेरी क्लिंटन (Hillary Clinton) ने कहा, ‘अमेरिकी लोकतंत्र की नींव: स्वतंत्र चुनाव में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर देश के आतंकियों ने हमला किया। हमें कानून को दोबारा स्थापित करना होगा और उन्हें इसके लिए जिम्मेवार करार देना होगा। लोकतंत्र नाजुक होता है और हमारे नेताओं को इसकी रक्षा की जिम्मेवारी के साथ रहना होगा।’
ओबामा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘इतिहास कैपिटल में हुए आज की हिंसक वारदात को याद रखेगा जो हमारे देश के लिए महान अपमान और शर्म की बात है। यहां के वैध चुनाव के परिणाम के बारे में निराधार रूप से झूठ बोलता रहा है।’
राष्ट्रपति चुनाव में हुई ट्रंप की हार के परिणामों को नकारने वाले ट्रंप समर्थकों ने बुधवार को व्हाइट हाउस और कैपिटल बिल्डिंग के बाहर जबरदस्त हंगामा किया। इस हंगामे को काबू में करने पहुंची पुलिस से भी ट्रंप समर्थकों की झड़प हुई। इसमें अब तक एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई और कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। करीब 52 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया और वाशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगा दिया गया और पुलिसबल तैनात हैं। इस हिंसा के बाद ट्रंप के दो सहायकों ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया है।