Logo
ब्रेकिंग
AJSU दस सीटों पर, BJP 68, JDU 2 और LJP एक सीट पर लड़ेगी चुनाव Jharkhand Election 2024 झारखंड में दो चरणों में होंगे चुनाव, EC ने किया तारीखों का ऐलान, जाने झारखंड... रामगढ़ जिले के 18 साक्षर आरक्षी को एएसआई और दो पदाधिकारी को मिली एसआई में प्रोन्नति अवैध शराब कारोबारियों के गिरोह का पर्दाफाश, नकली शराब, खाली बोतल व स्टिकर बरामद रामगढ़ पुलिस ने 10 दिन के अंदर किया लू*ट कां*ड का पर्दाफाश,तीन गि*रफ्तार फूटबॉल मैदान को सेना के अधिकार से मुक्त करने की मांग, CEO को सौंपा ज्ञापन BFCL कर्मचारियों के बच्चों ने भोजन व प्रकृति संरक्षण, स्वच्छता जैसे मुद्दों पर किया नाटक मंचन नवरात्र के प्रथम दिन सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और रामगढ़ विधायक सुनीता चौधरी ने रांची स्थित आवास में की... एटीएम काट कर चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिर*फ्तार, 05 गिरफ्तार पीआईबी रांची द्वारा रामगढ़ कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में 'क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला - वार्तालाप' का...

बसपा मुखिया मायावती की मुजफ्फरनगर दंगा में दर्ज सभी केस वापस लेने की मांग

लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को बेहद गमगीन करने वाले मुजफ्फरनगर दंगा केस पर करीब सात वर्ष बाद राजनीति फिर गरमा गई है। मुजफ्फरनगर दंगा में योगी आदित्यनाथ सरकार में दो मंत्रियों तथा भाजपा विधायक के खिलाफ में दर्ज सभी केस वापस होने की प्रक्रिया के बीच में ही बहुजन समाज पार्टी की मुखिया ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया है। इसमें मायावती ने सभी के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की मांग की है।

उत्तर प्रदेश सरकार के तीन लोगों के खिलाफ केस वापस लेने के फैसले ने प्रदेश के सियासी पारे को बढ़ा दिया है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने अब दर्ज सभी मुकदमे वापस लेने की मांग की है। मायावती ने साफ कहा है कि सरकार जिस तरह से भाजपा नेताओं पर दर्ज केस वापस ले रही है, उसी तरह से सभी के खिलाफ दर्ज केस वापस ले। बसपा की मुखिया मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट करके अपनी यह मांग रखी है। मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के लोगों के ऊपर राजनैतिक द्वेष की भावना से दर्ज मुकदमे वापिस होने के साथ ही, सभी विपक्षी पाॢटयो के लोगों पर भी ऐसे दर्ज मुकदमे भी जरूर वापिस होने चाहिए। मुजफ्फनगर दंगों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने काफी अहम फैसला किया है। सरकारी वकील ने कोर्ट में अर्जी देकर योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल तथा फायरब्रांड विधायक संगीत सोम के खिलाफ केस वापस लेने की अपील की है।

मुजफ्फरनगर में दंगा भड़काने के मामले में सुरेश राणा, संगीत सोम और कपिलदेव अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इन तीनों नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी, तोडफ़ोड़ की धाराएं लगाई गई थी। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में सात सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ में महापंचायत हुई थी। यह महापंचायत मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव की हत्या के बाद बुलाई गई थी। अब आरोप है कि इस महापंचायत के बाद मुजफ्फरनगर में दंगा भड़क गया था। मुजफ्फरनगर दंगों में 65 लोगों की मौत हुई थी और मुजफ्फरनगर के साथ ही शामली व बागपत में बड़ी संख्या में लोग अपना घर छोड़कर चले गए थे।