नई दिल्लीl बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यूनियन कैबिनेट की बैठक हुईl इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गएl सिनेमा क्षेत्र को मजबूती देने के लिए 4 फिल्म मीडिया यूनिट को मिलाकर एक बना दिया गया हैl इनमें फिल्म डिवीजन ऑफ इंडिया, डायरेक्टरेट ऑफ़ फिल्म फेस्टिवल्स, नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया और चिल्ड्रन फिल्म सोसायटी शामिल हैl इन सभी का विलय नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में कर दिया गया हैl
इस बारे में बताते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा, ‘मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का भारतीय फिल्मों को लगातार मजबूत करने के प्रयास के लिए आभार व्यक्त करता हूंl हमने चारों फिल्म डिवीजन का विलय नेशनल फिल्म्स डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में करने का निर्णय लिया है, ताकि एनर्जी और एफिशिएंसी के साथ इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में सहायता मिल सके और भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकेl’
दरअसल इस पहल का मुख्य उद्देश्य रिसोर्सेज का सही उपयोग करना भी है, ताकि हर मीडिया यूनिट अपनी एनर्जी और एफिशिएंसी के साथ काम कर सकेl
फिल्म डिवीजन ऑफ इंडिया 1948 में बनी है और इसकी भूमिका सरकारी कार्यक्रमों पर और न्यूज और मैगजीन बनाना हैl इसके अलावा सिनेमैटिक रिकॉर्ड का रख-रखाव करना भी हैl चिल्ड्रन फिल्म सोसायटी की भूमिका बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरक फिल्मों के माध्यम से मनोरंजन करना हैl इसकी स्थापना 1955 में की गई थीl
नेशनल सिनेमा आर्काइव ऑफ़ इंडिया का गठन 1964 में किया गया था और इसका काम भारतीय सिनेमा के विरासत को जमा कर संरक्षित करने का हैlडायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल को 1973 में बनाया गया था और इसका मकसद भारतीय फिल्मों के माध्यम से सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का हैl एनएफडीसी का गठन 1975 में किया गया था ताकि भारतीय फिल्म उद्योग को योजनाबद्ध तरीके से एकीकृत विकास किया जा सकेl