Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

तानाशाह किम की बहन ने साउथ कोरिया को धमकाया, बोली नहीं मानी बात तो बुरा होगा अंजाम

प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग उन(Kim Jong Un) की बहन किम यो जोंग (Kim Yo Jong) अब एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार उन्होंने अपने कट्टर प्रतिद्वंदी साउथ कोरिया(South Korea) को धमकाया है, बोलीं कि यदि पहले हुए सैन्य समझौतों और अभी हो रही गलतियों को नहीं रोका गया तो अंजाम बहुत बुरा होगा।

स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार नॉर्थ कोरिया के साथ लगी साउथ कोरिया की सीमा से कई बार गुब्बारे उड़ाए जाते हैं, इन गुब्बारों पर तानाशाह किम जोंग उन के परमाणु कार्यक्रमों का विरोध होता है और भला बुरा कहा जाता है। नॉर्थ कोरिया परमाणु बमों के बारे में अपने को लगातार अपडेट कर रहा है। नॉर्थ कोरिया तानाशाह परमाणु बमों के लिए नित नए परीक्षण भी करता रहता है।

केसीएनए समाचार एजेंसी के अनुसार दरअसल नॉर्थ कोरिया के विद्रोही दक्षिण कोरिया की सीमा पर गुब्‍बारे उड़ाते रहते हैं। इन गुब्‍बारों पर किम जोंग उन की तानाशाही के विरोध वाले मैसेज लिखे होते हैं। कुछ दिन पहले सीमा पर ऐसे लगभग 5 लाख गुब्बारे छोड़े गए, इन सभी पर किम के खिलाफ ही मैसेज लिखे हुए थे। इसकी जानकारी होने पर किम यो जोंग ने इन गुब्‍बारों को लॉन्‍च करने वाले उत्‍तर कोरियाई विद्रोहियों को दोगला तक कह दिया। उन्होंने कहा कि ये वो लोग हैं जहां की रोटी खाते हैं वहीं के राजा को बुरा कहते हैं।

इस तरह की हरकतें दोनों देशों की सीमाओं पर पहले भी हो चुकी है। नॉर्थ कोरिया से जो लोग चोरी छिपे साउथ कोरिया पहुंच गए हैं वो सीमा पर आकर गुब्बारे उड़ाकर तानाशाह को इसी तरह से भला बुरा कहते हैं। वो इस बात का भी विरोध दर्ज कराते हैं कि किम जोंग किस तरह से ज्यादतियां करते हैं। इन बातों को लेकर पहले ही दोनों देशों के बीच बातचीत हो चुकी है। किम यो जोंग अपने भाई की सबसे वफादार हैं और विदेशियों और दक्षिण कोरिया से डील करती हैं। किम यो जोंग अपने भाई की सकारात्‍मक छवि दुनिया में बनाने का काम करती हैं।

तानाशाह की बहन किम यो जोंग साउथ कोरिया के साथ बातचीत करती हैं, वो पहले ही साउथ कोरिया से कह चुकी हैं कि सीमा पर इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए। साउथ कोरिया ऐसे लोगों पर रोक लगाए जो सीमा पर आकर गुब्बारे उड़ाते हैं और किम के खिलाफ स्लोगन लिखते हैं। तानाशाह की बहन ने दक्षिण कोरिया को धमकी दी कि अगर उसने इस विरोध प्रदर्शन को नहीं रोका तो वह दोनों देशों के बीच हुआ सैन्‍य समझौता रद्द कर देंगी। किम यो जोंग की मांग के आगे झुकते हुए दक्षिण कोरिया ने ऐलान किया है कि वह इस तरह के विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए नया कानून बनाएगा।

दक्षिण कोरिया को उम्‍मीद है कि इस कानून के बाद उसके नॉर्थ कोरिया से सामान्‍य संबंध बने रहेंगे। इससे पहले दक्षिण कोरिया कई बार पुलिस भेजकर सीमा पर इस तरह के गुब्‍बारों को उड़ाने से रोकता भी रहा है। हालांकि दक्षिण कोरिया उत्‍तर कोरिया के बैन लगाने की मांग को पहले खारिज करता रहा है। दक्षिण कोरिया से उत्‍तर कोरिया को गुब्‍बारे भेजने की प्रक्रिया प‍िछले कई वर्षों से चल रही है।

उत्‍तर कोरिया इसे अपनी सरकार पर हमला मानता रहा है। माना जाता है कि यो जोंग इस बात का फैसला करती थीं कि किम जोंग उन तक कौन से मुद्दे ले जाए जाने के लिए अहम हैं। नॉर्थ कोरिया की मीडिया हमेशा उनका जिक्र करती है क्योंकि वाइस डायरेक्टर का पद भले ही न मिला हो, तानाशाह की बहन की हैसियत वही है।  देश के लिए वो तमाम तरह के बड़े मुद्दों को खुद ही देखती हैं।

इससे पहले भी जब किम जोंग उन 20 दिनों के लिए जनता के सामने नहीं आए थे तो सारे मामलों को उनकी बहन ही देख रही थीं। किम की बहन को नॉर्थ कोरिया में काफी पॉवरफूल माना जाता है वो तमाम तरह की बड़ी मीटिंगों में हिस्सा लेती है और कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने का अधिकार भी उनके पास है। नॉर्थ कोरियाई सेना में भी किम यो जोंग की अपनी अलग ही पहचान है। उनको नंबर दो माना जाता है। किम की अनुपस्थिति में सेना और अन्य महकमों की मीटिंगों में भी जोंग ही हिस्सा लेती है और निर्णय सुनाती है।