Logo
ब्रेकिंग
राधा गोविंद यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह में 1152 स्टूडेंट्स को मिला शैक्षणिक प्रमाण पत्र राधा गोविंद विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह 9 मार्च को ,1150 विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी... अवैध नकली शराब फैक्ट्री हुआ भंडाफोड़, करीब 30 लाख रुपए का अवैध शराब जप्त झारखंड 10वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक के विरोध में प्रदर्शन, आजसू ने फुका मुख्यमंत्री का पुतला माँ को कैद कर कुंभ गए बेटे की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने किया तलब, विधायक ने कि कार्रवाई की मांग आकर्षक 50% के डिस्काउंट के साथ TSS द सिल्वर सीजर ब्यूटी सलून का हुआ सुभारम्भ बूढ़ी माँ को घर में बंद कर पुण्य कमाने कलयुगी बेटा गया कुम्भ, माँ प्लास्टिक खाने को हुई मजबूर शहीद कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी को बिदाई देने उमड़ा जनसैलाब, उपायुक्त ने दी श्रद्धांजलि Jmm के राज्यव्यापी सदस्यता अभियान से रामगढ़ में बड़ी संख्या में जुड़ रहें लोग Royal इंटरप्राइजेज के सौजन्य से Addo ब्रांड के connect पार्टनर मीट का रामगढ़ में आयोजन |

आयुष्मान खुराना के बाद अब पत्नी ताहिरा कश्यप भी बना रही हैं फ़िल्म, सुनाएंगी सास की कहानी

नई दिल्ली। आयुष्मान खुरान इस वक्त बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। उनकी फ़िल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ 21 फरवरी को रिलीज़ होगी। उनके बाद अब उनकी पत्नी ताहिरा कश्यप भी फ़िल्मों की ओर अपना कदम बढ़ा रही हैं। कैंसर से जंग जीतने के बाद वह निर्देशन के दुनिया में वापसी कर रही हैं। ताहिर ‘टॉफी’ नाम से एक शॉर्ट फ़िल्म का निर्देशन कर चुकी हैं।

ताहिरा अब सात शॉर्ट फ़िल्मों लेकर बनी फ़िल्म ‘जिंदगी इन शॉर्ट’ में ‘पिन्नी’ नामक कहानी का निर्देशन किया है। ताहिर की फ़िल्म में नीना गुप्ता लीड रोल में हैं। नीना गुप्त इससे पहले आयुष्मान खुराना के साथ भी काम कर चुकी हैं। वह ‘बधाई हो’ और ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में आयुष्मान खुराना की मां का किरदार में नजर आई हैं।

ताहिरा की फ़िल्म फ्लिपकार्ट वीडियो प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होगी।

ताहिर बताती हैं कि फ़िल्म की कहानी उनकी सास के किरदार से प्रेरित है। वह कहती हैं, ‘मेरी कहानी मेरी सास से प्रेरित है। वह सबके लिए पिन्नी बनाती हैं। वह पूरे परिवार को जोड़कर रखती हैं। उनके जैसा हमेशा दूसरों के बारे में सोचने वाला इंसान मैंने कभी नहीं देखा। उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती है। पंजाबी मां होने के कारण उन्हें सबको खाना खिलाना बेहग पसंद है। हमें  भी पिन्नी वही बनाकर भेजती हैं।

ताहिरा आगे कहते हैं, ‘वहां से मैंने किरदार को काल्पनिक तौर पर गढ़ा। किरदार की मिठास मेरी सास से आती है। आमतौर पर लोग चाहते हैं कि घरेलू महिला ख़ाना बनाने तक सीमित रहे। उनसे उम्मीद की जाती है कि वह सिर्फ धारावाहिक ही देखेंगी। मेरी कहानी के अंत में एक ट्विवस्ट भी है। कहानी सिंपल है, लेकिन वह कई स्तर पर अपने नजरिए को रखती है। अच्छी बात यह है कि हिंदी सिनेमा में अब साठ पार महिलाओं की कहानियों को भी बनाया जा रहा है। मेरे पास बहुत सारी कहानियां हैं। कहानी हर आयु वर्ग के लिए होती है। औरत की कहानी बताने का मतलब आदमी को गाली देना या थप्पड़ मारना नहीं है। हमारे पास इससे ज्यादा बताने के लिए बहुत सारी जीचें हैं।