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रामगढ़ उपायुक्त का अधिकारियों को सख्त निर्देश प्रदूषण नियंत्रण मानकों की अवमानना करने वाले कारखानों पर तत्काल रूप से करें एफआईआर

उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति की बैठक

नियमित रूप से प्रदूषण नियंत्रण प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराने वाले कारखानों से स्पष्टीकरण पूछने का उपायुक्त ने दिया निर्देश।

रामगढ़: उपायुक्त, रामगढ़ चंदन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्तरीय पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति की पूर्व की बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में किए गए कार्यों की समीक्षा के क्रम में प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्यों को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया। इस संबंध में उपायुक्त ने तीन दिनों के अंदर प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा विगत 6 महीनों में राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को उपलब्ध कराए गए सभी जांच प्रतिवेदनों की कॉपी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही उपायुक्त ने जांच के दौरान किसी भी कारखाने द्वारा प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन नहीं करने संबंधित कोई भी मामला सामने आने पर तत्काल एफ आई आर दर्ज करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अधिकारियों को तत्काल रूप से जिले में संचालित सभी कारखानो, कारखानों में लगाए गए ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम यथा पीएम10 एनालाइजर, सीईएमएस आदि, ऑनलाइन मोनिटरिंग सिस्टम की वर्तमान स्थिति से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया वही प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की व्यवस्था होने के बावजूद कारखाने से निकलने वाले काले धुएं एवं फैलने वाले प्रदूषण को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अधिकारियों को कारखाना संचालन के दौरान पूरे समय प्रदूषण मॉनिटरिंग उपकरणों का का काम करना सुनिश्चित करने एवं सही तरीके से इसकी जांच संभव हो से संबंधित प्रस्ताव तैयार कर जिला स्तर पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कारखानों के सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम की समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कारखाने द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना वेस्ट डंप ना किया जाए। इस संबंध में उपायुक्त में औचक रूप से कारखाने की जांच करने एवं अवमानना करने वाले कारखानों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कारखानों के संचालन में सख्ती से नियमों का पालन करते हुए ही पानी का इस्तेमाल सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। मौके पर उपायुक्त ने जिन कारखानों द्वारा नियमित रूप से प्रदूषण नियंत्रण प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं उनसे स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया।बैठक के दौरान उपायुक्त ने कारखानों व रेलवे साइडिंग में अनिवार्य रूप फायर सेफ्टी सिस्टम का कार्य करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया वही उपायुक्त ने सभी कारखाना संचालकों व प्रतिनिधियों को संचालन के दौरान किसी भी प्रकार की आकस्मिक परिस्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया। इन सब के अलावा बैठक के दौरान उपायुक्त ने वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदूषण मॉनिटरिंग उपकरणों को स्थापित करने, बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन आदि के संबंध में चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।