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शहीद दीपक सिंह वीर चक्र से सम्मानित, गलवान घाटी में पाई थी शहादत

रीवा: शहीद दीपक सिंह को  उनकी वीरता के लिए गणतंत्र दिवस पर  वीर चक्र से सम्मानित किया गया। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में दीपक सिंह शहीद हुए थे।

दीपक सिंह समेत चीनी सैनिकों के साथ गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कर्नल समेत 20 अन्य सैनिक शहीद हुए थे। रीवा जिले के फारंदा गांव में पैदा हुए दीपक सिंह साल 2012 में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट में चिकित्सा कोर में भर्ती हुए थे।

जनवरी 2020 में उनकी पोस्टिंग लद्दाख में हुई थी। पोस्टिंग के करीब पांच महीने बाद वह मुठभेड़ में शहीद हो गए। शहीद दीपक सिंह के पिता गजराज सिंह किसान हैं। वहीं, बड़े भाई प्रकाश सिंह भी सेना में हैं। दीपक अपने भाई से प्रेरित होकर सेना में भर्ती हुए थे।

शहादत से 8 महीने पहले हुई थी शादी

जवान दीपक की शहादत से पहले करीब आठ महीने पहले शादी हुई थी। शादी होने के बाद जवान केवल एक बार अपनी पत्नी से मिला था। मार्च 2020 में दीपक होली के त्योहार पर छुट्टी लेकर अपने गांव आए थे। उस समय उन्होंने अपनी पत्नी से कश्मीरी शॉल और गहने लाने का वादा किया था। मौत से करीब 15 दिन पहले उनकी परिवार के लोगों से फोन पर बात हुई थी। तब उन्होंने जल्दी घर आने का वादा भी किया था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था और जवान दीपक देश के लिए शहीद हो गया।