Logo
ब्रेकिंग
सांसद जयंत सिन्हा जी ने रामगढ़ में की महा जनसम्पर्क अभियान की शुरुआत Hazaribagh प्रशासन और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प चुट्टूपालू घाटी में भीषण सड़क दुर्घटना, 5 गाड़ी की टक्कर, घंटों रहा घाटी जाम रजरप्पा में भव्य गंगा आरती,झारखंड के राज्यपाल भी रहे मौजूद। समर कैंप में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने मचाया धमाल l झारखण्ड के राज्यपाल पहुंचे रामगढ़, सुनी ग्रामीणों की समस्या, किया ऑन द स्पॉट समाधान l हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर दर्दनाक घटना, 25 हजार वोल्ट के तार से छह जलकर हुए राख l प्रदेश के दो टॉपर बने मुख्य अतिथि और की यामाहा स्कूटर रे जेड आर की लांचिंग l पूर्व विधायक ने रामगढ़ थाना में दिया धरना, लगाए गंभीर आरोप, समर्थकों को पुलिस ने खदेड़ किया बाहर l गांधी स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय, रामगढ़ कि छात्रा दिव्या बनी झारखंड टॉपर।

सिंधिया के BJP में शामिल होने पर क्या बोले दिग्गज नेता अमर सिंह

भोपाल: मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में खलबली मची हुई है। बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है। कोई उनके इस फैसले का विरोध तो कोई खुलकर समर्थन कर रहा है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे अमर सिंह का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने सिंधिया के फैसले का स्वागत किया है।

वहीं वीडियो में उन्होंने ‘आत्मसम्मान से बढ़कर कुछ भी नही ’ का कैप्शन दिया है। यह वीडियो उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है और भारतीय जनता पार्टी, सिंधिया, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दिग्गज नेताओं को टैग भी किया है। वीडियो में अमर सिंह ने सिंधिया राजघराने के इतिहास का जिक्र किया है। साथ ही सभी को होली की बधाई दी है। वीडियो के माध्यम से अमर सिंह ने कहा कि सिंधिया परिवार से उनके बहुत पुराने संबंध रहे हैं। सब जानते है कि राजमाता सिंधिया और बेटे माधवराव को क्यो कांग्रेस छोड़ना पड़ा।
ज्योतिरादित्य ने पिता के पदचिन्हों पर चलकर 18 सालों तक कांग्रेस की सेवा की। कांग्रेस ने उन्हें मंत्री बनाया जिसका उन्होंने अपने इस्तीफे में जिक्र किया है और सोनिया गांधी को धन्यवाद भी दिया है। आगे अमर सिंह ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा है कि यह चुनाव सिंधिया के चेहरे को आगे रख कर लड़ा गया, लेकिन उन्हें मिला क्या। पहले सीएम कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने माधवराव को भी मुख्यमंत्री बनने से रोका और अब ज्योतिरादित्य को भी। जैसे दादी राजमाता सिंधिया ने अपना आत्मसम्मान बचाने के लिए कांग्रेस छोड़ी वैसी ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी मजबूर होकर इस्तीफा देना पड़ा।

वहीं कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर अमर सिंह ने कहा जो 18 सालों तक जिस कांग्रेस को सिंधिया में से कोई बुराई नहीं नजर आती थी अब सबको खटकने लगे हैं राजनीति का ये आचरण ठीक नहीं। दरवाजे बंद हो चलेगा लेकिन खिडकियां और रोशनदान हमेशा खुले होने चाहिए। आखरी में उन्होंने दो पक्तियां कही हैं जो इस प्रकार हैं तुम्हें गैरों से कब फुर्सत हम अपने गम से कम खाली, चलो बस हो चुका मिलना न तुम खाली न हम खाली।

nanhe kadam hide