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MP Poltical Crisis: मप्र में सरकार बनी तो भाजपा से तीन दावेदार, तोमर-शिवराज और नरोत्तम

भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद मप्र में भाजपा की सरकार बनने की एक बार फिर संभावनाएं बनने लगी हैं। भाजपा की तरफ से अभी मुख्यमंत्री पद के तीन दावेदार सक्रिय हैं। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से नरेंद्र सिंह तोमर को भी भेजा जा सकता है, वहीं 13 साल तक प्रदेश की बागडोर संभालने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी चौथी बार मुख्यमंत्री बने का मौका मिल सकता है। इसके अलावा पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी सीएम पद के प्रबल दावेदार हैं।

सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ सरकार पर छाए संकट के साथ ही मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि जिस तरह से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अब तक सभी मोर्चो में आगे किया हुआ है, उसी तरह सरकार बनने पर प्रदेश की कमान भी उन्हें सौंपी जा सकती है। चौहान को सीएम की दावेदारी में पहले स्थान पर रखने वालों का दावा है कि प्रदेश में बड़ी तादाद में उपचुनाव होना हैं, ऐसी परिस्थिति में चौहान ही उपचुनाव में विजय दिलवा सकते हैं।

एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि मोदी सरकार में लंबे समय से केंद्रीय मंत्री की बागडोर संभाल रहे नरेंद्र सिंह तोमर को भी मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल सकता है। तोमर पहले भी प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे दो बार भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। कार्यकर्ताओं और विधायकों से भी तोमर का गहरा नाता है। जहां आगे उपचुनाव होना है, उनमें से अधिकांश सीटें ग्वालियर-चंबल अंचल की हैं। तोमर भी इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए पार्टी उन पर भी दांव लगा सकती है।

नरोत्तम मिश्रा भी दौड़ में भाजपा सरकार के दौरान लंबे समय तक संकटमोचक की जिम्मेदारी निभाने वाले पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल हैं। मिश्रा पहले भी भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में शामिल रहे हैं। कुछ समय पहले तक नरोत्तम मिश्रा और शिवराज सिंह चौहान के बीच गहरे मतभेद रहे, लेकिन सरकार के लिए जोड़-तोड़ के दौरान दोनों के बीच अघोषित समझौता हो गया।

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