एंबुलेंस चलाकर 8000 जिंदगी बचा चुकी हैं ट्विंकल, राष्ट्रपति से लेकर हर आम शख्स करता है तारीफ
नई दिल्ली। बचपन से दूसरों की जिंदगी बचाने का सपना देखकर बड़ी हुईं दिल्ली की ट्विंकल अब तक आठ हजार लोगों की जिंदगी एंबुलेंस चलाकर बचा चुकी हैं। पति से प्रेरणा लेकर ट्विंकल पिछले 18 सालों से यह काम कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में हुए हादसों, दंगों और आपदाओं के बीच एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए घायलों को अस्पताल तक पहुंचाकर उनकी जिंदगी बचाई। वहीं, समाज के लिए महिला सशक्तीकरण का उदाहरण बनीं ट्विंकल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा भी नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं।
प्रताप नगर दिल्ली की रहने वाली ट्विंकल कालिया का कहना है कि वह बचपन से ही दूसरों की जिंदगी बचाने का सपना देखती थीं। वहीं, साल 2002 में उनकी शादी हिमांशु कालिया से हुई। शादी के दौरान हिमांशु ने दहेज लेने से मना कर दिया था, लेकिन मायके वाले उपहार में कुछ ना कुछ देना चाहते थे। इस पर हिमांशु ने कहा कि वह उन्हें एक एंबुलेंस उपहार स्वरूप दे सकते हैं।
ट्विंकल ने बताया कि हिमांशु के एंबुलेंस लेने के पीछे एक वजह थी। वर्ष 1992 में हिमांशु के पिता अनूप कालिया की अचानक तबियत बिगड़ गई थी, जिन्हें लेकर हिमांशु छह अस्पताल में भटके थे, लेकिन उन्हें कही भी एंबुलेंस नहीं मिली थी, जिसके कारण पिता कोमा में चले गए थे। ट्विंकल ने बताया कि शादी के बाद से उस दिन से वह रात में भी खुद ही एंबुलेंस चलाकर ले जाती हैं। उनकी संस्था शहीद भगत सिंह हेल्प एडं केयर के नंबर-8804102102 पर लोग उन्हें सूचना देते हैं।
ट्विंकल ने बताया कि वर्ष 2016 में वह एक गर्भवती महिला को अस्पताल छोड़कर लौट रही थीं। तभी एक महिला अपने सात साल के खून से लथपथ बेटे को बाहों में उठाकर ला रही थी। उन्होंने उस बच्चे को शास्त्रीनगर से हिंदूराव अस्पताल तक केवल दो मिनट 53 सेकेंड में पहुंचाया और बच्चे की जिंदगी बचाई।
ट्विंकल की माने तो यह उनकी जिंदगी का सबसे कम समय में किया गया रेस्क्यू था, जो कि भीड़भाड़ वाली जगह से होकर किया गया था। इसमें कुल दूरी तीन किलोमीटर थी, लेकिन पूरा रास्ता भीड़भाड़ वाला था। उन्होंने कहा कि 18 साल के इस सफर में अब तक एक्सीडेंट, हिंसा, आपदाओं में घायल हुए करीब आठ हजार लोगों का रेस्क्यू कर दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग अस्पतालों तक पहुंचा चुकी हैं। हाल में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई ¨हसा में 11 घायलों को जीटीबी अस्पताल में दाखिल कराया।
दिल्ली पुलिस ने दिया था वायरलेस सिस्टम
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ट्विंकल व उनके पति के काम से खुश होकर उन्हें वायरलेस सिस्टम दिया था, जिसका वह अब तक प्रयोग करती हैं।
राष्ट्रपति से हो चुकी हैं सम्मानित
लोगों की जिंदगी बचाने की पहल करने वाली इस महिला को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने साल 2019 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके इस काम को लेकर सम्मानित किया। साथ ही केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन भी उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित कर चुके हैं।