बाबा रामदेव बोले, मदरसा और गुरुकुल में एक साथ हो छापेमारी, देखें कहां निकलते हैं हथियार
रांची। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि देश में अतिवादियों की संख्या बढ़ रही है। कुछ लोग पतंजलि योगपीठ के आचार्यकुलम को हिन्दू मदरसा कह रहे हैं, अगर ऐसा है तो हिंदुस्तान के तमाम मदरसे और गुरुकुल मंदिर में एक साथ छापेमारी होनी चाहिए। मैं यकीन दिलाता हूं कि हिन्दू मंदिर में कोई हथियार नहीं मिलेगा। शाहीनबाग में सीएए विरोध के नाम पर रास्ता रोककर चल रहे धरना-प्रदर्शन के बारे में बाबा ने कहा कि मैं किसी एक व्यक्ति को शाहीन बाग का जिम्मेदार नहीं मानता।
बाबा रामदेव ने कहा कि विचारधारा, धार्मिक विश्वास, आस्था के नाम पर जो जहर देश में घोला जा रहा है, वही शाहीन बाग का मूल कारण है। आपस के जहर को दूर करने की जरूरत है। उन्होंने आग्रह किया कि हिन्दू मुस्लिम आतंकवाद के नाम पर देश को न तोड़ें। उन्होंने कहा कि मैं भी हिन्दू हूं, न मैं डरता हूं और न डराता हूं। कुछ लोग कहते हैं कि भारत में मुझे डर लगता है। यह देश 125 करोड़ भारतीय का है। यहां कोई धर्म खतरे में नहीं है। खतरे में वो लोग हैं जो देश तोड़ना चाहते हैं। कुछ का कहना है कि मेरे साथ दोयम व्यवहार होता है। यह सही नहीं है। भारत संविधान से चलता है। हमारी धार्मिक आस्था से किसी को कोई बाधा नहीं है।
70 प्रतिशत भारतीय युवा देखते हैं पोर्न
बाबा रामदेव ने कहा कि आज 70 प्रतिशत भारतीय युवा पोर्न देखते हैं। हमारा देश एक पोर्न हब बन गया है। मॉडर्न सब्जेक्ट के लिए, वैदिक विषय के लिए, योगा और अनुशासन के लिए आचार्यकुलम में एक्सपर्ट को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि स्ट्रक्चर से लेकर करैक्टर तक यहां बनता है। अभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बच्चे इस स्कूल में पढ़ रहे हैं। जल्द ही यह स्कूल देश के टॉप 5 स्कूलों की श्रेणी में गिना जाएगा। आचार्यकुलम पर बाबा रामदेव ने कहा कि यह एक वर्ष का एक प्रयोग है उसका असर बच्चों में दिख रहा है। शिक्षा, भाषा और तकनीक के अलावा अनुशासन-एकाग्रता जरूरी है। इससे शारीरिक और बौद्धिक विकास होता है। शिक्षा, योग और अच्छी आदतें यहां सिखाई जाती हैं।
देश में बढ़ रहे अतिवादी, शाहीन बाग का राजनीतिक उद्देश्य
शाहीनबाग मामले पर बाबा रामदेव ने कहा कि देश में अतिवादियों की संख्या बढ़ रही है। अर्बन नक्सल, धर्म जाति के नाम पर राजनीतिक उद्देश्य से इसे बढ़ावा दे रहे हैं। यह वैचारिक आतंकवाद है। आक्रमक बनें लेकिन देश के विकास के लिए बनें। एक दूसरे से लड़कर नहीं। देश में वैचारिक आतंकवाद, मजहबी उन्माद और अंध राष्ट्रवाद और संप्रदायवाद न हो। उन्होंने कहा कि देश पर मर-मिटने वाला युवा राष्ट्रवाद के लिए तैयार हों। इसकी पहल के लिए आचार्यकुलम की स्थापना की गई है।
योग गुरु बाबा रामदेव शनिवार को करीब 12 बजे राजधानी रांची पहुंचे। वे पतंजलि योगपीठ की ओर से नामकुम में संचालित आचार्यकुलम में करीब तीन घंटे तक रुके। इस दौरान विद्यालय को लेकर उन्होंने अपनी भावी योजनाएं साझा कीं। योग गुरु के आगमन को लेकर आचार्यकुलम में जोरदार तैयारियां की गई थीं। याेग गुरु ने योग प्राणायाम और अनुशासन को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बताया। उन्होंने योग प्राणायाम और अनुशासन को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बताते हुए कहा कि ईमानदारी से लक्ष्य के लिए प्रयास निश्चित रूप से सफलता दिलाती है। उन्होंने आचार्यकुलम पाठशाला में मौजूद छात्र-छात्राओं को बेहतर जीवन के लिए प्रेरित किया।