Murder in Ranchi: प्रेम सागर को सरेराह मारीं गईं छह गोलियां, 100 करोड़ की लेवी से जुड़ा है मामला
रांची। रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित होटल पार्क प्राइम के पास तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के उग्रवादी प्रेम सागर मुंडा को गोलियों से छलनी कर दिया गया। सोमवार शाम करीब सात बजे हुई इस वारदात से दहशत फैल गई। पांच से छह अपराधियों ने प्रेम सागर को घेरकर गोली मारी और फरार हो गए। प्रेम चतरा जिला के टंडवा का रहने वाला था। प्रेम कोयला कारोबार और उग्रवादी संगठन के बीच लेवी के पैसा के लिए लाइजनिंग का काम भी करता था।
जानकारी के अनुसार टीएसपीसी उनसे लेवी के सौ करोड़ रुपये का हिसाब मांग रहा था। प्रेम का भाई यह पैसा लेकर फरार है। प्रेम सीसीएल में काम करता था और राज्य के एक पूर्व सीएम का करीबी भी था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) उनकी संपत्ति की जांच कर रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर एसएसपी अनीश गुप्ता, तीन डीएसपी सहित कई थानों के थानेदार मौके पर पहुंचे। हत्यारों की तलाश में छापेमारी शुरू हो गई है। जांच के लिए दो एसपी व पांच डीएसपी को लगा दिया गया है। प्रारंभिक जांच में हत्या की वजह लेवी के पैसे के विवाद के अलावा एदलहातू की एक बेशकीमती जमीन का विवाद भी बताया जा रहा है।
दो बाइक से आए थे अपराधी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सोमवार की शाम करीब सात बजे के आसपास प्रेम सागर मुंडा अपनी फॉच्र्यूनर (जेएच01बीटी-0009) से मोरहाबादी स्थित पार्क प्राइम होटल के पास रुका हुआ था। इसी दौरान बाइक सवार दो अपराधियों ने प्रेम सागर मुंडा से कुछ बात की और उस पर गोलियां दाग दी। उस पर नाइन एमएम की पिस्टल से ताबड़तोड़ छह गोलियां बरसाई गईं। एक गोली सिर में व शेष शरीर के अन्य हिस्सों में लगी। गोली मारने के बाद अपराधी मौके से एदलहातू के रास्ते फरार हो गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में प्रेम सागर मुंडा को रिम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद प्रेम सागर मुंडा के परिजन रिम्स पहुंचे। शव के पास परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे।
जांच एजेंसी खंगाल रही थी संपत्ति
प्रेम सागर मुंडा के खिलाफ एनआइए भी जांच में जुटी थी। टेरर फंडिंग के मामले में चतरा के पिपरवार (कांड संख्या 36-19) में प्रेम सागर मुंडा समेत 77 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एनआइए सभी आरोपितों की चल-अचल संपत्ति को खंगालने में जुटी है। बताया गया है कि प्रेम ने रांची स्थित मोरहाबादी, कांके सहित कई इलाके में संपत्ति खरीदी थी। टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) से जुड़े प्रेम सागर मुंडा के खिलाफ एनआइए के साथ-साथ पुलिस भी जांच में जुटी थी। प्रेम के खिलाफ टंडवा थाना में (कांड संख्या 222-18) भी मामला दर्ज है।
चार दिन पहले जेल से आया था बाहर
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रेम सागर मुंडा टीएसपीसी के लिए लेवी वसूलने का भी काम करता था। इसी मामले में वह जेल गया था। चार दिन पहले ही जमानत पर वह बाहर आया था। पुलिस को सूचना है कि प्रेम सागर मुंडा का भाई बबलू मुंडा टीएसपीसी उग्रवादी संगठन का सौ करोड़ रुपया लेकर फरार हो गया है। इसके बाद से ही टीएसपीसी रुपयों को लेकर प्रेम सागर मुंडा पर दबाव बना रहा था। प्रेम सागर का भाई बबलू टंडवा प्रखंड का उप प्रमुख है।
सीसीएल का कर्मी था प्रेम सागर मुंडा
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रेम मूल रूप से पिपरवार के बिलारी गांव का रहने वाला था। प्रेमसागर को वर्ष 1995 में जमीन देने के बदले सीसीएल में नौकरी हुई थी। वर्तमान में वह बचरा परियोजना में पंप ऑपरेटर के पद पर तैनात था। राय कोलियरी खदान में उसकी पोस्टिंग थी। प्रेम सागर के चार बच्चे हैं। उनकी पत्नी का नाम सरीता देवी है। प्रेम सागर का वर्तमान में एक घर बसंत बिहार कॉलोनी बचरा में भी है। वहीं वह मोरहाबादी स्थित किंग सफायर अपार्टमेंट में पूरे परिवार के साथ रहता था। वह एससी-एसटी इम्पलाइज यूनियन का अध्यक्ष होने के साथ विस्थापितों का नेता भी था।
चतरा में पे्रम सागर मुंडा पर उग्रवादी संगठन के लिए लेवी वसूलने समेत कई मामले दर्ज हैं। हत्यारों का पता लगाया जा रहा है। जांच के लिए दो एसपी व पांच डीएसपी को लगाया गया है। जल्द ही हत्यारे पकड़े जाएंगे।
– अनीश गुप्ता, एसएसपी रांची।