रामगढ़ : आजादी के अमृत महोत्सव का पर्व धूमधाम से मनाने के उपरांत झारखंड सेवा समिति ने यह महसूस किया कि राष्ट्र ध्वज के सम्मान हेतु किसी संस्था या प्रशासन के द्वारा कोई गाइडलाइन नहीं जारी किया गया है.अनिभिगता के कारण राष्ट्रध्वज का सही तरीके से सम्मान नहीं होने पा रहा है, जिसके कारण राष्ट्र भक्तों का दिल तिरंगे के सम्मान में मचल उठा. झारखंड सेवा समिति के सभी सदस्यों ने राष्ट्रध्वज तिरंगा जो काफी त्याग एवं बलिदान के फलस्वरुप हम सभी को मिला है के सम्मान हेतु एक जन जागरण अभियान चलाया. समिति ने लोगों से आग्रह किया कि जहां तिरंगा फहराना हर भारतीय का कर्तव्य ही नहीं हक है, वहीं इससे ज्यादा जरूरी इसका सम्मान करना हम सभी राष्ट्र भक्तों का कर्तव्य है. उन्होंने स्थानीय जिला प्रशासन एवं शैक्षणिक संस्थानों से आग्रह किया है कि उनके द्वारा तिरंगे के रखरखाव एवं सम्मान हेतु एक गाइडलाइन आम नागरिकों हेतु जारी किया जाय ताकि सभी देशभक्त नागरिक तिरंगे का नियमतह सम्मान कर सके. इस अवसर पर झारखंड सेवा समिति के अध्यक्ष अमित सिन्हा ने कहा कि यह तिरंगा लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों के फलस्वरुप मिला है. तिरंगा हर भारतीय के आत्म गौरव को बढ़ाता है. झारखंड सेवा समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नंदकिशोर गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रध्वज ना सिर्फ हमारी पीढ़ी बल्कि आने वाली अनेकों पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करते रहेगा. संगठन के महासचिव रंजन फौजी ने कहा कि इस तिरंगे की ताकत को हम सभी ने रूस यूक्रेन युद्ध के समय देखा एवं महसूस किया है. हमारा राष्ट्रध्वज कभी झुकने ना पाए इसके लिए हर एक नागरिक अपनी सर्वोच्च कुर्बानी देने के लिए सदैव तैयार रहता है . सैनिक परिवार के ब्रिज बिहारी सिंह यादव, रामटहल महतो, विनोद सिंह अरविंद सिंह इत्यादि ने बढ़चढ़ कर भाग लिया.
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