01 मिनट 55 सेकंड में हनुमान चालीसा पढ़ने वाले बच्चे का इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज
विप्र फाउंडेशन ने बच्चे को श्रीमद् भागवत गीता देकर किया सम्मानित
रामगढ़ : एक ओर जहां आज के वर्तमान दौर में भारतीय संस्कृति पर पश्चिमी सभ्यता का असर सर चढ़कर बोल रहा है। जहा देश के नौनिहाल और खासकर युवा पीढ़ी बड़ी तेजी से वेस्टर्न कल्चर की ओर खींचे चले जा रहे हैं। वही उसी बीच झारखंड के रामगढ़ का 05 वर्षीय बालक युवराज बरेलिया ने सिर्फ 01 मिनट 55 सेकंड में हनुमान चालीसा पढ़कर इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है। इस 05 वर्षीय बच्चे की प्रयास ने न सिर्फ रामगढ़वासियो और हिंदू सभ्यता का मान बढ़ाया है बल्कि तेजी से अपनी संस्कृति विरासत और संस्कार को भूलकर पश्चिमी सभ्यता की आगोश में जा रहे युवा पीढ़ी के लिए मिसाल बन एक सबक देने का कार्य किया है।
इस बच्चे के प्रशंसनीय कार्य को सम्मान देने और मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से विप्र फाउंडेशन रामगढ़ के पदाधिकारियों द्वारा रामगढ़ के वेब्स होटल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । जहा बच्चे और उनके माता-पिता को शॉल ओढ़ाकर और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। वही बच्चे की इस उपलब्धि पर श्रीमद् भगवत गीता भी भेट किया ।
युवराज बेरीलिया रामगढ़ की ख्याति प्राप्त स्कूल रॉबिनहुड प्री स्कूल की डायरेक्टर वर्षा अग्रवाल और पीयूष बेरिलिया का पुत्र है । बच्चे द्वारा इस सम्मान को हासिल करने पर माता-पिता ने खुशी जाहिर की वही विप्र फाउंडेशन के लोगों ने होनहार बच्चे के कार्य की सराहना करते हुए कहां इस बच्चे का कार्य हमारे समाज के युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगा ।
स्वागत करने वालों में विप्र फाउंडेशन की ओर से श्याम शर्मा नवीन पाठक, कमलनाथ चौधरी, संदीप शर्मा, प्रदीप शर्मा, कमल शर्मा, रवि मिश्रा, गोकुल शर्मा आदि कई लोग मौजूद थे।