खुद पर लगे आरोप को बेबुनियाद बताते हुए मीडिया के सामने रो पड़े मांडू के पूर्व विधायक खीरू महतो
पैसे के एवज में नौकरी मामले में फंसे पूर्व विधायक खीरु महतो ने प्रेस वार्ता कर दी अपनी सफाई
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रामगढ़ : सरकार और जिला प्रशासन से अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए खुद को ठगी मामले में बेदाग बताते हुए हुए नौकरी के एवज में पैसे मामले में फंसे पूर्व विधायक खीरू महतो ने अपने ऊपर लगे आरोप को बेबुनियाद बताते हुए प्रेस वार्ता करते हुए उनकी आंखें छलक पड़ी और अपने परिवार के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए मीडिया के कैमरे के सामने वह रो पड़े और अपने छवि का बखान करते हुए अपने विधायक की कार्यकाल और 40 वर्षों के ईमानदारी के बारे में मीडिया कर्मियों को बताते हुए खुद पर लगे आरोपों बेबुनियाद बताया।
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दरअसल यह पूरा मामला झारखंड के रामगढ जिले के मांडू विधानसभा के पूर्व विधायक खीरू की है। दो दिन पहले खीरू महतो ने वेस्ट बोकारो ओपी में एक आवेदन दिया था, कि मेरे पोते यशराज (20 वर्षीय) की अपहरण की आशंका है। इसे लेकर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 04 लोगों को गिरिफ्तार किया था। इस मामले में रामगढ एसपी प्रभात कुमार ने कल प्रेस वार्ता कर कहा कि गिरिफ्तार आरोपी बिहारी महतो ने अपने स्वीकृति बयान में खीरू महतो पर नौकरी के एवज में पैसे लेने का आरोप लगाया था और जिस कारण गुस्सा में विधायक के पोते को अपहरण की साजिश रची थी। जिससे विधायक खीरू महतो संदेह के दायरे में आ गए है।
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अपने प्रेस वार्ता में खीरू महतो ने भावुक होकर कहा कि 40 वर्षो से मैं राजनीति क्षेत्र में कार्य कर रहा हूँ और इस तरह की बाते सामने आने से हमारी छवि धूमिल हुई है। मैं जिला पुलिस से आग्रह करता हूँ कि इस मामले की उचित जांच करते हुए जो भी दोषी है उसपर कार्यवाही करे । साथ ही खुद को असुरक्षित बताते हुए सरकार और जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
गौरतलब है की एक ओर पुलिस अधीक्षक के अनुसार गिरफ्तार बिहारी महतो के बयान के आधार पर खुद को ईमानदार और स्वच्छ छवि का बताने वाले पूर्व विधायक खीरू महतो के दामन पर दाग लगी है तो वही दूसरी ओर खीरू महतो द्वारा किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद को बेदाग बताना ये
पुलिसिया जांच के बाद ही पता चलेगा कि पूर्व विधायक के दामन में लगे दाग सही है या गलत।