कोरोना के खतरे से अनाथ बच्चो को बचाने के लिए तत्पर इस फौजी की दरियादिल देखते ही बन रही है
कोरोना का थर्ड बेब कहीं, अनाथ और असहाय बच्चों पर कहर न बन जाय, पूर्व सैनिक उन्हें कर रहा है जागरूक
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रामगढ़ : वैश्विक महामारी कोरोना की आने वाली तीसरी लहर के कहर के बारे में ऐसा अंदेशा जताया जा रहा कि यह छोटे बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगा और अपने चपेट में ले लेगा। जाहिर है इस स्थिति से निपटने के लिये केंद्र और राज्य सरकार दोनो ही अपनी ओर से पूरी तैयारी में जुटी हुई है।
तो वही झारखंड के रामगढ जिले में इन दिनों इस थर्ड वेब की संभावित खतरे को देखते हुए एक पूर्व सैनिक की दरियादिल देखते ही बन रही है ।
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यह फौजी वैसे बच्चों को जागरूक करने में लगा है, जो अनाथ है, फुटपात पर रहते है, असहाय और गरीब है। उनके बीच जाकर ये फौजी उन्हें कोरोना के थर्ड बेब से बचाने के लिये न सिर्फ जागरूक कर रहे है, बल्कि उनके बीच मास्क और सेनेटाइजर भी बांट रहे है। ताकि अगर यह तीसरी लहर आए तो गरीब असहाय और अनाथ बच्चों पर खासा प्रभाव ना डाल पाए और बच्चे इतने जागरूक हो जाएं की इससे लड़ने को तैयार रहें।
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हम बात कर रहे हैं देश के लिए अपना सर्वस्व निछावर करने किस संकल्प के साथ भारतीय सेना में अपने जीवन का महत्वपूर्ण पल बिताने के बाद रामगढ़ में रहने वाले सेवानिवृत्त सैनिक रंजन सिंह फौजी की जो लगातार क्षेत्र के गरीब असहाय अनाथ बच्चों को चिन्हित कर उन्हें जागरूक करने का हर संभव प्रयास कर रहे है ।
इस सराहनीय काम मे रामगढ़ शहर के युवा राहुल शर्मा नाम का एक युवक भी इनका खूब साथ दे रहा है। दोनो जिले में घूम घूम कर असहाय, अनाथ गरीब बच्चों को तलाश करके, उनके बीच जाकर उन्हें कोरोना के थर्ड बेब के खतरे के बारे मे समझा रहे है और उससे कैसे बचना है ये उन्हें वे बता रहे है। रंजन फौजी की इस नेक काम को देखकर लोग इनकी सराहना कर रहे है ।
आपने वीडियो के माध्यम से देखा कि कैसे अनाथ, गरीब और असहाय बच्चों को जागरूक करने के लिए इस सेवानिवृत्त सैनिक और उनके सहयोगी के द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है की इन बच्चों इस महामारी के प्रकोप से बचाया जा सके।
फौजी के इस नेक काम को देखकर लोग इनकी सराहना कर रहे है
आपने रंजन फौजी और उनके सहयोगी राहुल शर्मा को सुना अब सुने उन बच्चों और उनके अभिभावकों को जिनके बीच यह लगातार जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं।