रामगढ़ : प्रदेश के मुख्यमंत्री सरहुल पर्व को लेकर अपने पैतृक गांव नेमरा में की शिरकत, मौके पर कहा यह हमारे आदिवासियों का एक महत्वपूर्ण पारंपरिक त्यौहार है इसमें हमारे रिश्ते नाते के सभी भाई-बहन एकत्रित होते हैं उस उत्सव में उत्साह के साथ शामिल होने के लिए हम लोग सभी इस गांव में आए हैं क्योंकि यह एक पारंपरिक त्यौहार है।
सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज अपने पैतृक निवास रामगढ़ जिले के नेमरा में शिरकत किया। यह गांव रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड स्थित बरलंगा थाने के सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित है। मुख्यमंत्री आज देर शाम अपने पूरे परिवार के साथ अपने पैतृक गांव में बाहा सह सरहुल पर्व मनाने को लेकर पहुंचे हैं। इस क्रम में जिला प्रशासन के तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ इनके गांव के स्थानीय ग्रामीण भी शामिल हुए।
सबसे पहले मुख्यमंत्री ने अपने घर के नजदीक स्थित सरना स्थल में पारंपरिक तरीके से विधिवत पूजा अर्चना की। इस पूजा के क्रम में मुख्यमंत्री के परिवार से संबंध रखने वाले बेटी और दामाद को विशेष रुप से निमंत्रण प्राप्त होता है जो इसमे शामिल होने के लिए ओडिशा सर पहुंचे हैं। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने बरलंगा से कसमार को जोड़ने वाली लगभग 27 किलोमीटर टू लेन सड़क को जल्द से जल्द बनाने के लिए उपस्थित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए।
मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि आज हम अपने जन्म भूमि एवं पैतृक भूमि नेमरा में सपरिवार पहुंचे हैं, जिसमें हमारे आदरणीय पिताजी भी मौजूद हैं यह त्यौहार का समय है और बाहा पर्व है, चूंकि यह हमारे आदिवासियों का एक महत्वपूर्ण पारंपरिक त्यौहार है, और इसमें हमारे रिश्ते नाते के सभी भाई-बहन एकत्रित होते हैं उस उत्सव में उत्साह के साथ शामिल होने के लिए हम लोग सभी इस गांव में आए हैं, क्योंकि यह एक पारंपरिक त्यौहार है जिसमें हम लोगों को पारंपरिक व्यवस्था के साथ जोड़ने के लिए यहां आना जाना तो लगा ही रहता है और हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए भी यहां एक बेहतर समावेश होता है ।