जबलपुर। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एनसीएल सिंगरौली व कटनी में रेलवे लाइन दोहरीकरण कार्य में कथित भ्रष्टाचार की आशंका के चलते जबलपुर से पहुंची सीबीआइ टीम दोनों शहरों में जांच पड़ताल कर रही है। सीबीआइ अधिकारियों के साथ संबंधित विभागों की विजिलेंस पीएम कार्रवाई में शामिल है जिसे जॉइंट सरप्राइस चेकिंग नाम दिया गया है। सीबीआइ अधिकारियों को आशंका है कि सिंगरौली में कोयला चोरी और कटनी में रेल लाइन दोहरीकरण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी के प्रमाण मिल सकते हैं। जल्द ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक जॉइंट सरप्राइज चेकिंग के तहत सीबीआइ और विजिलेंस टीम ने दो दिन पहले सिंगरौली और कटनी में छापामार अंदाज में कार्रवाई शुरू की थी। दोनों शहरों में अचानक पहुंची सीबीआइ और छापामार अंदाज में कार्रवाई से हड़कंप मच गया।
सीबीआइ और विजिलेंस टीम ने शुक्रवार से जांच पड़ताल शुरू की। जांच में प्रथमदृष्टया क्या मिला, रविवार शाम तक इसका पता चल पाएगा। सीबीआइ अधिकारियों ने बताया कि एनसीएल सिंगरौली में कितना कोयला निकाला जा चुका है और स्टॉक में कितना मौजूद है इसके भौतिक सत्यापन में काफी वक्त लग रहा है। आशंका है कि जितना कोयला खदानों से निकाला गया भौतिक रूप से उतना उपलब्ध नहीं है। यदि इसके प्रमाण मिलते हैं तो कोयला चोरी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। वहीं कटनी में रेलवे लाइन दोहरीकरण में निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। रेलवे लाइन के निर्माण में निर्धारित मात्रा में सामग्री का उपयोग किया गया है कि नहीं इसका पता लगाया जा रहा है सीबीआइ एसपी पीके पांडे ने कहा कि दोनों शहरों में हुई कार्रवाई मैं क्या सामने आया जल्द ही इसका पता चल जाएगा।