Logo
ब्रेकिंग
ले*वी के लिए ठेकेदारों को धम*की देने वाले पांडे गिरोह के चार अपरा*धी गिर*फ्तार रामगढ़ पुलिस ने लेवी के लिए हमले की योजना बना रहे मुखलाल गंझु को हथियार के साथ किया गिरफ्तार बालू खनिज के अवैध खनन व परिवहन पर 1 हाईवा वाहन को किया गया जब्त, प्राथमिकी दर्ज। जरुरतमंदों व गरीबो के लिए 31 अगस्त से शुरू होगा "खाना बैंक" इनलैंड पॉवर लिमिटेड ने कई विद्यालय को दिए वॉटर प्यूरीफायर, सेनेटरी पैड व लगाए पौधे Congress प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का जिला अध्यक्ष जोया परवीन ने किया स्वागत Kids world स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी कलर बेल्ट कराटे ग्रेडेशन के दौरान प्रतिभागियों ने कराटे के तकनीकों का प्रदर्शन किया! सांसद मनीष जायसवाल ने मंडईखुर्द वासियों से किया वादा निभाया Royal mens parlour का बरकाकाना मार्केट कांप्लेक्स में हुआ उद्घाटन!

आज ही गिरी थी कमलनाथ सरकार, जीतू बोले- लोकतंत्र की हत्यारिन है BJP

इंदौर : एक साल पहले आज ही के दिन प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। साथ ही 15 वर्षों बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार 15 महीने में ही गिर गई थी। बता दें कि एक तरफ जहां भाजपा आज के दिन को सिंधिया के साथ आने पर जश्न के रूप में मना रही है, वही कांग्रेस आज लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाकर सरकार की खिलाफत को जाहिर कर रही है। इसी कड़ी में आर्थिक राजधानी इंदौर में भी कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेसी जुटे और संविधान की रक्षा करने का प्रण लिया।

इस आयोजन में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, सज्जन वर्मा और कांग्रेस विधायकों सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। बताया जा रहा है कि आयोजन के दौरान पूर्व सीएम के सन्देश का वीडियो भी प्रसारित किया गया। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और डॉ भीमराव अम्बेडकर की तस्वीरों पर माल्यार्पण किया। वहीं इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के आदर्शों को भूलकर भाजपा ने आज ही के दिन लोकतंत्र की हत्या की थी। पूरे देश में भाजपा सरकार इसी तरह लोकतंत्र की हत्या कर रही है।

भले ही आज प्रदेश में भाजपा सरकार काबिज है लेकिन प्रदेशवासी सरकार की हकीकत जानते हैं। मध्य प्रदेश में जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ने संविधान की मूलभावना को तार-तार कर लोकतंत्र को खतरे में डाला। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी। सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इस कारण 20 मार्च 2020 को कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद में 23 मार्च को शिवराज सिंह सरकार एक बार फिर सत्ता में लौटी थी।