Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

शहर के बीच किराना दुकान में शराब की अवैध बिक्री

बिलासपुर।  शहर व आसपास के क्षेत्रों में शराब की अवैध बिक्री से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगा है। शहर के मध्य तेलीपारा में दरबार लाज के पास किराना दुकान में अवैध शराब की बिक्री हो रही थी। पुलिस ने दबिश देकर आरोपित दुकान संचालक को पकड़ लिया है। सिटी कोतवाली सीएसपी को शिकायत मिली तेलीपारा स्थित दरबार लाज के पास किराना दुकान में खुलेआम शराब की अवैध बिक्री चल रही है। इस पर उन्होंने टीआइ शीतल सिदार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

इस पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर दुकान की तलाशी ली। इस दौरान पुलिस ने संजय मिश्रा पिता बालमुकुंद मिश्रा (32) की दुकान से आठ पाव देसी शराब जब्त किया। इस पुलिस आरोपित पकड़ कर थाने ले गई। उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इसी तरह हिर्री क्षेत्र के बोड़सरा स्थित किराना दुकान में भी महुआ शराब बेचने की शिकायत मिली थी।

इस पर पुलिस की टीम गांव पहुंच गई। इस दौरान त्रियोगीनाराण दुबे पिता स्व. लक्ष्मीप्रसाद दुबे अपनी दुकान में दस लीटर के जेरीकेन में सात लीटर महुआ शराब छिपाकर रखा था। शराब को जब्त कर पुलिस आरोपित दुकान संचालक को पकड़कर थाने ले गई। उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत गैरजमानतीय प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है

शहर में जगह-जगह चल रही अवैध बिक्री

शहर के स्लम एरिया के साथ ही रिहायशी इलाकों में शराब की अवैध बिक्री चल रही है। इसके बाद भी पुलिस ने इसे अपनी कमाई का जरिया बना लिया है। यही वजह है कि अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई नहीं की जाती। अफसरों को दिखाने के लिए पुलिस जमानतीय प्रकरण दर्ज कर खानापूर्ति कर लेती है।