इंदौर। इंदौर शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। बुधवार को रात के कर्फ्यू का पहला दिन था, बावजूद बड़ी संख्या में लोग बेपरवाह नजर आए। उन्होंने न मास्क पहनने की अपनी जिम्मेदारी समझी और ना ही दो गज की दूरी के नियम का पालन किया। दिनभर पुलिस-प्रशासन के अफसर सड़कों पर मुस्तैद नजर आए। शाम से रात तक कई लोगों पर कारवाई भी की। देर रात आए मेडिकल बुलेटिन में 294 नए मरीज मिलने के बाद प्रशासन और चिंतित हो गया। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा, अगर नाइट कर्फ्यू के बाद भी हालात नहीं सुधरे तो शनिवार और रविवार को टोटल लाकडाउन लगाने का विकल्प भी खुला है। नईदुनिया से चर्चा में कलेक्टर ने बताया कि शहर के फूड जोन जैसे सराफा, 56 दुकान और अन्य चौपाटियों पर लोगों की काफी भीड़ लग रही थी।
इसी को लेकर हमने यह निर्णय लिया है। इससे लोग 9 बजे से घरों की तरफ लौटना शुरू करेंगे और जल्द ही घरों में होंगे। इससे संक्रमण के मामलों में 30 से 40 प्रतिशत की कमी आएगी। इसके अलावा पुलिस और प्रशासन की टीम सख्ती करेगी। मास्क न पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। अस्थाई जेल भी बनाई जा रही है। हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि कोराना गाइडलाइन का पालन करें।
आगामी आदेश तक बंद रहेगा चिड़ियाघर
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चिड़ियाघर को 18 मार्च से अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। बुधवार को करीब सात हजार दर्शक यहां पहुंचे। इसके चलते यहां कई बार शारीरिक दूरी का नियम टूटता नजर आया। हालांकि मुख्य द्वार से मास्क पहने लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा था। जू प्रभारी डा. उत्तम यादव ने बताया कि चिड़ियाघर में हर दिन करीब साढ़े चार हजार दर्शक पहुंचते हैं। शनिवार और रविवार को यह संख्या 12 से 15 हजार तक पहुंच जाती है। मेघदूत उपवन, नेहरू पार्क और रीजनल पार्क भी सुबह 9 बजे तक सिर्फ मार्निंग वाक के लिए खुले रखे जाएंगे। इसके बाद प्रवेश नहीं दिया जाएगा।