भोपाल। महिलाओं को निजी बैंकों से स्वरोजगार के लिए लोन दिलाने के बहाने ठगी करने वाली एक महिला को तलैया थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला के खिलाफ समूह की करीब 25 महिलाओं ने 23 लाख 57 हजार रुपये की ठगी की शिकायत की थी। पुलिस का कहना है कि इस मामले में धोखाधड़ी की रकम और भी ज्यादा बढ़ सकती है। जांच के बाद कई अन्य लोगों को आरोपित भी बनाया जा सकता है। फिलहाल आरोपित महिला को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
तलैया थाना प्रभारी डीपी सिंह ने बताया कि पिछले दिनों सुमनलता राठौर (44) ने एक शिकायती आवेदन दिया था, जिसमें उनके साथ कुल 25 महिलाओं की शिकायत शामिल थी। शिकायत में बताया गया कि तलैया इलाके में रहने वाली स्नेहलता राठौर (45) पिछले कई सालों से महिला स्व-सहायता समूह चला रही है। वह निजी बैंकों द्वारा चलाई जा रही महिला स्वरोजगार योजना के तहत सदस्यों को उनके वोटर आइडी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक समेत अन्य दस्तावेज लेकर कर्ज दिलवाने का काम करती है। स्वीकृत कर्ज राशि की करीब 90 प्रतिशत रकम स्नेहलता तुरंत निकलवाकर अपने खाते में यह कहकर डलवा लेती थी कि किस्त वह खुद ही जमा करेगी। हालांकि जब किस्त जमा नहीं होने पर बैंक वालों ने महिलाओं के घर जाकर धमकाना शुरू किया तो उन्हें ठगी का पता चला, जिसके बाद मामले की शिकायत की गई। बताया जा रहा है कि आरोपित महिला ने इन महिलाओं के नाम पर वाहन भी फाइनेंस कराए हैं, जिसकी छानबीन पुलिस कर रही है। अभी तक 23 लाख 57 हजार रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक जांच के बाद पीड़ित महिलाओं की संख्या बढ़ सकती है। इस मामले में बैंक और निजी कंपनी के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है।