Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

लगातार तीसरे दिन रंगून गार्डन के अवैध निर्माण तोड़ने पहुंचा अमला

इंदौर। नगर निगम का रिमूवल अमला रविवार सुबह से फिर स्कीम-134 के पास स्थित रंगून गार्डन का अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई करने पहुंचा है। गार्डन में जगह-जगह पाथ वे बनाए गए हैं, जिनमें इंटरलाकिंग टाइल्स लगाई गई हैं। निगम का अमला बुलडोजर की मदद से उन्हें उखाड़ रहा है।
नगर निगम के रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे ने बताया कि जो अवैध निर्माण बीते दो दिन में नहीं टूट पाए थे, उन्हें तोड़ने की कार्रवाई सुबह से जारी है। अगले दो-तीन घंटे में बचा काम पूरा कर दिया जाएगा। गार्डन में जगह-जगह लगाए गए पेड़-पौधे भी हटाए जा रहे हैं, क्योंकि भविष्य में वहां लोगों को प्लाट दिए जाना हैं। निगम के रिमूवल विभाग ने शुक्रवार को रंगून गार्डन तोड़ने की कार्रवाई शुरू की थी। उसके बाद शनिवार को लगातार दूसरे दिन रंगून गार्डन में तोड़फोड़ की कार्रवाई की।
उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि दूसरे दिन बाउंड्रीवाल का कुछ हिस्सा, स्टेज और पाथ वे के अलग-अलग हिस्से तोड़े गए थे। बचा काम रविवार को पूरा कर दिया जाएगा। तीसरे दिन गार्डन में लगी टाइल्स और मलबा हटाया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि गार्डन के फोल्डिंग रूम भी हटवाने की कार्रवाई संचालकों द्वारा ही की जा रही है।
15 साल से संचालित है गार्डन
रंगून गार्डन पिछले 15 साल से संचालित किया जा रहा है। वहां एक रेस्त्रां भी संचालित किया जा रहा है। मोटी राशि लेकर यह गार्डन शादी और अन्य आयोजनों के लिए दिया जाता था। यह जमीन हाउसिंग सोसायटी से ली गई थी। पहले भी आवासीय जमीन पर गार्डन बनाने का मामला सामने आया था, लेकिन तब कार्रवाई नहीं हो पाई थी।