भोपाल। शहर के टीटी नगर में राज्य पुरातत्व संग्रहालय के पास स्थित स्मार्ट रोड उद्यान में खाली पड़ी जमीन पर गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गूलर का पौधा लगाया। उन्होंने स्वयं ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी और प्रदेशवासियों को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि प्रतिदिन एक पौधा लगाने के अपने संकल्प के क्रम में आज स्मार्ट सिटी रोड पर स्थित स्मार्ट पार्क में गूलर का पौधा लगाया। गूलर रक्तस्राव रोकने, मूत्र रोग, डायबिटीज तथा शरीर की जलन से मुक्ति दिलाने में बहुत उपयोगी होता है। आप भी पौधरोपण कीजिए और धरा को समृद्ध बनाइये।
कल यानी 5 मार्च को मुख्यमंत्री का जन्मदिन है। इस अवसर पर उन्होंने ट्वीट के जरिए लोगों से पौधारोपण की अपील करते हुए कहा कि मेरे जन्मदिन पर फूलों के हार, स्वागत द्वार, जय-जयकार की जरूरत नहीं है। केवल आप एक पौधा लगा दें तो यह जन्मदिन सार्थक हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और लिखा कि हम आने वाले संकट को पहचानते हुए पर्यावरण बचाने का सार्थक प्रयास आज से ही करें। पेड़ों से धरती माँ का श्रृंगार करना पर्यावरण बचाने का प्रभावी माध्यम है। आप अपने जीवन के किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं। पेड़ है तो प्राणवायु है, प्राणवायु है तो जीवन है। इसलिए वृक्ष भी जीवन है। वृक्ष धरती मां का श्रृंगार हैं और धरती माता के प्रति हमारे कर्तव्य हैं। मेरे और अपने जन्मदिन के अलावा परिवार में कोई भी शुभ अवसर हो, तो पौधरोपण जरूर करें। ये जन्मदिन आडंबर से नहीं, उपयोगी कार्य करने से ही सार्थक होंगे। आपसे आग्रह है कि पौधे अवश्य लगायें। वनक्षेत्र को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें। हम पेड़ लगाएंगे तो अपने लिए ही नहीं, बल्कि प्रदेश, देश और दुनिया के लिए भी लगाएंगे। मेरी प्रार्थना है कि मेरे इस जन्मदिन की खुशी फूलमाला और बुके से स्वागत करके न मनाएं, इसके बजाय एक पेड़ लगाएं। ज़रूरी नहीं है मेरे जन्मदिन पर ही लगाएं आप अपने जीवन के किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं। पेड़ है तो प्राणवायु है, प्राणवायु है तो जीवन है। इसलिए वृक्ष भी जीवन है।
दरअसल, प्रदेश में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने यह प्रण किया है कि प्रदेश में कार्यक्रम के पूर्व और बाद जहां भी रहेंगे, प्रतिदिन एक पौधा अवश्य लगाएंगे। यहां पर यह भी बता दें कि मुख्यमंत्री भोपाल में स्थित स्मार्ट रोड पार्क में इससे पहले बरगद, पीपल, कदम और नीम का पौधा भी रोप चुके हैं।