इंदौर। आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जारी नगर निगम प्रदर्शन सूचकांक में इंदौर नगर निगम का काम देश में पहले नंबर पर है, इस सूची में भोपाल तीसरे नंबर पर है। वहीं सरल जीवन सूचकांक में इंदौर रहने लायक शहरों की सूची में 9वें नंबर पर है, पिछले वर्ष इंदौर इसमें 8वें नंबर पर था। मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने इस सूची की घोषणा से पहले इंदौर की जमकर तारीफ की और यहां सूखे नाले में हुए क्रिकेट, दंगल और शादी समारोह के बारे में बताया। इस दौरान इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, संभाग आयुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा सहित कई अफसर एसआइसीटीएसल आफिस परिसर के स्मार्ट सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर से इस कार्यक्रम में लाइव जुड़े हुए थे
देश में स्वच्छता में लगातार नंबर वन रहने के बाद अब इंदौर नगर निगम का काम देश में पहले स्थान पर आ गया है। इसी के साथ यह 10 लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले शहरों में सरल जीवन सूचकांक में 9वें नंबर पर है, इस सूची में बेंगलुरु पहले नंबर पर है। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर पिछले 4 साल से स्वच्छता में नंबर वन पर आ रहा है इसके पीछे शहर के जनता, जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी हैं। सीएम के सपनों का शहर को हमेशा आगे लाने का प्रयास कर रहे हैं। इंदौर नगर निगम में कार्बन पेट से आय अर्जित की है और निगम जनकल्याणकारी भागीदारी से भी कई योजनाओं को साकार कर रहा है।
मंत्री हरदीपसिंह पुरी ने बताया इंदौर क्यों हमेशा रहता है नंबर वन
मंत्री हरदीपसिंह पुरी ने कहा कि इंदौर में जब 3आर कॉन्फ्रेंस हुई थी उस समय जापान के एक मंत्री आए थे, मैंने उनसे पूछा था कि आपने 1 दिन पहले आकर इंदौर में क्या देखा। वो बोले मै इंदौर में कचरा खोजने के लिए घूमा। मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि यह इंदौर के इकोसिस्टम में है, इसलिये हमेशा से नंबर वन होता है। इसके लिए इंदौर शहर को बधाई जब लोग मुझसे पूछते हैं कि इंदौर ही नंबर वन क्यों आता है। तो मैंने कहा कि इसके लिए एक अच्छा सीएम चाहिए, एक अच्छा मेयर, कमिश्नर और एक अच्छा जनप्रतिनिधि तभी व शहर नंबर वन बनता है। इंदौर में यह सब चीजें हैं इसलिए लोग नंबर बनता आ रहा है।